चिड़ावा, 22 अगस्त 2024: चिड़ावा शहर की कोर्ट रोड स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में गुरुवार को पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की भारी भीड़ देखी गई। ये सभी 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपनी सेवाएं देने वाले वीर जवान थे। वे युद्ध सम्मान योजना के तहत मिलने वाली एकमुश्त राशि के लिए आवेदन करने आए थे।
रक्षा मंत्रालय द्वारा युद्ध सम्मान योजना की घोषणा के बाद से ही पूर्व सैनिकों में उत्साह का माहौल है। इस योजना के तहत 1965 और 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों को 15 लाख रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए पूर्व सैनिकों को आवश्यक दस्तावेज जमा कराने होते हैं।
कार्यालय में अचानक इतनी भीड़ उमड़ने से कुछ समय के लिए अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि, कार्यालय के कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए सभी आवेदकों को समझाया कि उन्हें दस्तावेजों को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से हेडक्वार्टर भेजना होगा।
क्या है युद्ध सम्मान योजना?
रक्षा मंत्रालय ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए युद्ध सम्मान योजना शुरू की है। इस योजना के तहत इन वीर जवानों को 15 लाख रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी। यह राशि उनके योगदान और देश सेवा के लिए एक सम्मान है।
क्यों उमड़ी भीड़?
योजना की लोकप्रियता: युद्ध सम्मान योजना के बारे में जानकारी फैलते ही पूर्व सैनिकों में उत्साह का माहौल पैदा हो गया।
आर्थिक सहायता: 15 लाख रुपये की एकमुश्त राशि पूर्व सैनिकों के लिए एक बड़ी राहत है।
मान्यता: यह योजना पूर्व सैनिकों के योगदान को मान्यता देने का एक प्रयास है।
आगे की कार्रवाई
कार्यालय के अधिकारियों ने सभी आवेदकों के दस्तावेज एकत्रित कर लिए हैं। इन दस्तावेजों को अब पोस्ट ऑफिस के माध्यम से हेडक्वार्टर भेजा जाएगा। हेडक्वार्टर द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद ही लाभार्थियों को राशि का भुगतान किया जाएगा।