मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ ज़िले में स्थित परीक्षितगढ़ बस स्टैंड पर रविवार (4 अगस्त) को ढिकौली निवासी रोहित सैन की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीणों ने सोमवार को शव रखकर जाम लगा दिया। नर्सिंग होम संचालक डा. फराहीम पर आरोपियों को शरण देने व फरार कराने में मदद का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप किया, जिसके बाद पुलिस ने नर्सिंग होम सील कर संचालक को गिरफ्तार किया। राज्यमंत्री ने परिजनों को पांच लाख रुपये की सहायता और अन्य मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। पुलिस ने चार आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी, जिसके बाद चार घंटे बाद जाम खोला गया।
घटना का विस्तृत विवरण
सोमवार सुबह लगभग 10:45 बजे रोहित सैन के परिजन व ग्रामीण परीक्षितगढ़ बस स्टैंड पर जाम लगाने पहुंचे। लगभग 15 मिनट बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण परिजनों के साथ बस स्टैंड पुलिस चौकी की ओर बढ़ गए। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने बैरिकेड लगाकर मेरठ रोड, मिल रोड, भैंसा रोड तथा हस्तिनापुर रोड की ओर जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया। दोपहर 12:20 बजे पोस्टमार्टम के बाद रोहित सैन के शव को भी यहीं रखकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोपहर तीन बजे जाम खोलने के बाद गांव ले जाकर पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
राज्यमंत्री का हस्तक्षेप
राज्यमंत्री दिनेश खटीक दोपहर लगभग एक बजे जाम लगा रहे ग्रामीणों के बीच पहुंचे। मंत्री के पहुंचते ही ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। मंत्री ने कहा कि डॉ. फराहीम को क्यों बचाया जा रहा है, जो आरोपी है उसे पकड़ने में क्या दिक्कत है। अगर पुलिस उन्हें नहीं पकड़ेगी तो वे खुद अपनी टीम के साथ जाकर उन्हें पकड़ेंगे। इसके बाद पुलिस ने डॉ. फराहीम को गिरफ्तार कर नर्सिंग होम सील कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
डा. फराहीम के नर्सिंग होम पर एहतियातन पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिससे ग्रामीण भड़क गए। लोगों का कहना था कि आरोपी को पुलिस सुरक्षा दे रही है और आरोपी के यहां बैठकर पुलिस कोल्डड्रिंक पी रही है। ग्रामीणों ने आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की मांग की और राज्यमंत्री ने भी समर्थन किया। जाम की सूचना पर एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह, एडीएम ई बलराम सिंह और कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
हत्यारोपी की गिरफ्तारी और घटना का तनाव
हत्यारोपी ने दरोगा अनुज कटियार की पिस्टल छीनकर गोली चलाने की कोशिश की, जिससे पुलिस ने फायर किया और आरोपी के पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने गांव बहोडूपुर निवासी दो सगे भाइयों गुलाब और फारुख को गिरफ्तार किया। समीर, फैजान और अन्य अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है।
परिजनों की स्थिति
मृतक रोहित सैन की मां भी परिजनों के साथ पहुंचीं, उनका रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने कहा कि बेटे की हत्या की जानकारी अब तक बहू शालू को नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, “सुबह वह कह रही थी कि मां तुम चली जाओ और रोहित को ले आओ। उसको क्या जवाब दूंगी। हत्यारोपियों ने बेटी जैसी बहू का जीवन बर्बाद कर दिया। मेरे बेटे का तो कोई कसूर भी नहीं था, फिर उसे क्यों मारा।”
हत्या का कारण
ढिकौली निवासी विनोद सैन का परीक्षितगढ़ बस स्टैंड पर खोखा है। विनोद का सबसे छोटा बेटा रोहित सैन रजिस्ट्री कार्यालय में प्राइवेट कर्मचारी था। रविवार को अवकाश होने के कारण रोहित खोखे पर बैठा था। दोपहर तीन बजे बाइक पर पहुंचे आरोपियों ने रोहित से पन्नी मांगी। पन्नी नहीं होने की बात कहने पर आरोपियों ने चाकू से हमला कर रोहित की हत्या कर दी। तनाव के चलते मिल रोड व बस स्टैंड के आसपास का बाजार सोमवार को पूरी तरह बंद रहा। यहाँ ठेली वाले भी न के बराबर नजर आए।