पेरिस ओलंपिक 2024: पेरिस में चल रहे 2024 ओलंपिक खेलों के महाकुंभ का जादू पूरी दुनिया के सिर चढ़कर बोल रहा है। हर दिन रोमांचक मुकाबलों की धूम मची हुई है, लेकिन अब यहां एक बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। ओलंपिक के सातवें दिन, 1 अगस्त को, एक महिला बॉक्सिंग मुकाबले में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस घटना ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
विवादित मुकाबला: ट्रांसजेंडर एथलीट बनाम महिला मुक्केबाज
गुरुवार को अंडर 66 किग्रा वर्ग महिला बॉक्सिंग में इटली की एंजेला कैरिनी का सामना अल्जीरिया के ट्रांसजेंडर बॉक्सर इमाने खलीफ से हुआ। इमाने खलीफ, जो अपने दमदार और खतरनाक पंचों के लिए जानी जाती हैं, ने मुकाबले के दौरान एंजेला कैरिनी पर भारी दबाव बना दिया। मुकाबला केवल 46 सेकंड में ही समाप्त हो गया, जब एंजेला ने हार मान ली और मुकाबला न लड़ने का फैसला किया। मुकाबले के बाद एंजेला को रोते हुए देखा गया, और उन्होंने अपनी आपबीती सुनाते हुए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) पर सवाल उठाए।
इमाने खलीफ पर उठे सवाल
ट्रांसजेंडर एथलीट इमाने खलीफ को इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने महिला इवेंट्स में भाग लेने से बैन कर रखा है। इसके बावजूद, इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) की बॉक्सिंग यूनिट ने उन्हें प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी है। इमाने खलीफ को पिछले साल महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप से जेंडर टेस्ट कराने में विफल रहने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
सोशल मीडिया पर आलोचना की बाढ़
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त विवाद छिड़ गया है। कई यूजर्स ने इस मुकाबले को महिलाओं के साथ धोखा करार दिया है। एक यूजर ने तो एक पुरुष द्वारा महिला के साथ हिंसा को ओलंपिक स्पोर्ट बताते हुए IOC पर तंज कसा है।
एंजेला की आपबीती
एंजेला कैरिनी ने मुकाबले के बाद रोते हुए कहा, “यह मेरे लिए बहुत ही कठिन था। मुझे नहीं पता था कि मैं कैसे इस तरह के प्रतिद्वंदी का सामना कर पाऊंगी। मुझे लगता है कि यह महिलाओं के साथ अन्याय है।”
IOC की आलोचना
लोगों ने IOC की इस निर्णय पर कड़ी आलोचना की है और इसे महिला एथलीट्स के साथ धोखा बताया है। सोशल मीडिया पर इस विवाद ने लोगों को खूब चर्चा में ला दिया है। कई लोगों का मानना है कि इस प्रकार के मुकाबले महिला एथलीट्स के लिए असुरक्षित हैं और इन पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।