बीकानेर, राजस्थान: अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर जहां सोने की खरीदारी और धार्मिक अनुष्ठानों का दौर चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ चाइनीज मांझे ने उत्सव का माहौल गम में बदल दिया। बीकानेर में पतंगबाजी के दौरान 35 लोग चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो गए, जिनमें से 6 लोगों की हालत गंभीर है और उनके गले कट गए हैं।
यह हादसा उस समय हुआ जब बीकानेर में आखा तीज के मौके पर बड़े पैमाने पर पतंगबाजी का आयोजन किया गया था। पतंगबाजों के उत्साह में चाइनीज मांझे का इस्तेमाल भी खूब हुआ, जो जानलेवा साबित हुआ। घायलों को तुरंत बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू कर दिया है।
इस हादसे के बाद बीकानेर जिला स्वास्थ्य प्रशासन में हड़कंप मच गया। पीबीएम अस्पताल में डॉक्टरों की टीमों को मुस्तैद कर दिया गया है और घायलों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध की मांग
इस घटना के बाद लोगों में चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है। चाइनीज मांझे के कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई लोगों की जान जा चुकी है।
बीकानेर जिला प्रशासन ने अपील जारी की है
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे त्योहारों के दौरान चाइनीज मांझे का इस्तेमाल न करें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे बाहर निकलते समय अपने चेहरे और गर्दन को कपड़े से ढककर रखें।
निष्कर्ष:
अक्षय तृतीया का त्योहार खुशियों का त्योहार है, लेकिन चाइनीज मांझे के खतरे ने इस त्योहार की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है। लोगों को जागरूक होना होगा और चाइनीज मांझे का इस्तेमाल ना करके त्योहार को सुरक्षित रूप से मनाना होगा।




