केरल: मल्लापुरम में बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवार डॉ अब्दुल सलाम को प्रत्याशी घोषित किया है, लेकिन इससे पहले ही समाज में उनके साथ विवाद उत्पन्न हो गया है। उन्हें मस्जिद में गद्दार कहने का मामला सामने आया है।
मस्जिद घटना
डॉ अब्दुल सलाम ने बताया कि वह मल्लापुरम के मदीन मस्जिद में ईद की नमाज के लिए गए थे। उन्हें वहां गद्दार कहा गया। उन्होंने यह बताया, “नमाज के बाद, जब मैं मस्जिद से बाहर निकला, तो एक 60 वर्षीय आदमी ने मुझे गद्दार कहा। वहीं पर बाकी लोग शांत रहे। मेरा दिल टूट गया। मैं भी तो मुस्लिम हूँ, मगर उन्होंने मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया क्योंकि मैंने भाजपा ज्वाइन की है।”
अब्दुल सलाम के अन्य प्रयास
डॉ अब्दुल सलाम ने अपने कैंपेन की शुरुआत कोलाथुर के करीब कोनडोट्टी से की है। वह निरंतर लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों के बारे में बता रहे हैं और NDA की विकास परियोजनाओं के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
भाजपा के समर्थन में भी चुनौतियां
डॉ अब्दुल सलाम के लिए भाजपा के समर्थन में चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। उन्हें ना सिर्फ समाज बल्कि पार्टी की मशीनरी से भी कुछ परेशानी हो रही है। हाल ही में उन्होंने एक फैमिली मीटिंग भी की थी जिसमें वह RSS के स्थानीय नेता के घर पहुँचे, मगर वहाँ केवल 25 लोग मिले, उनमें अधिकांश बच्चे थे।
इस घटना के बाद से समाज में तनाव बढ़ गया है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या मुस्लिम उम्मीदवार को भाजपा में शामिल करने से मस्जिद में और भी विवाद उत्पन्न होंगे।
डॉ अब्दुल सलाम के मामले में मल्लापुरम की जनता का नारा है कि राजनीति में जातीयता नहीं होनी चाहिए और सभी व्यक्ति अपने विचारों के अनुसार राजनीति में शामिल हो सकते हैं।