माउंट रुआंग ज्वालामुखी: इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी प्रांत में स्थित माउंट रुआंग ज्वालामुखी पिछले 24 घंटों से लगातार विस्फोट कर रहा है। ज्वालामुखी से भारी मात्रा में राख और लावा निकल रहा है, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में भारी धुंध फैल गया है। अधिकारियों ने 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है और आसपास के 6 किलोमीटर के इलाके को खाली करा दिया है।
सुनामी का खतरा
ज्वालामुखी के विस्फोट से ढीले होकर गिरने वाले मलबे के कारण समुद्र में लहरें उठने का खतरा है। इस वजह से इंडोनेशियाई अधिकारियों ने आसपास के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।
विमान सेवा प्रभावित
ज्वालामुखी से निकल रही राख के कारण रतुलंगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इससे चीन, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया से आने-जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुई हैं। ज्वालामुखी का धुंआ पड़ोसी देश मलेशिया तक भी पहुंच रहा है, जिसके कारण किनाबालु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी उड़ानों में देरी हो रही है।
ज्वालामुखी विस्फोट का कारण
माना जा रहा है कि ज्वालामुखी के पास हाल ही में आए दो भूकंपों के कारण टेक्टोनिक प्लेटें अस्थिर हो गई थीं, जिसके कारण ज्वालामुखी फटा।
पिछले विस्फोट
पिछले साल दिसंबर में इंडोनेशिया के मारापी ज्वालामुखी में भी विस्फोट हुआ था, जिसमें 11 पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी। 2018 में क्राकाटाऊ ज्वालामुखी के विस्फोट के कारण सुनामी आई थी, जिसमें 430 लोग मारे गए थे।
ज्वालामुखी के बारे में
ज्वालामुखी धरती की सतह पर मौजूद दरारें हैं, जिनसे पिघला हुआ पदार्थ जैसे मैग्मा, लावा, राख आदि निकलते हैं। ज्वालामुखी टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराने के कारण बनते हैं। दुनिया का सबसे एक्टिव ज्वालामुखी माउंट एटना इटली में है।