मेरठ, उत्तर प्रदेश: देश भर में ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। मेरठ में भी ईद की नमाज को लेकर पुलिस और नमाजियों के बीच तनाव देखने को मिला। शाही ईदगाह में जगह न मिलने पर कुछ नमाजियों ने सड़क पर नमाज पढ़ने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान नमाजियों ने ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे भी लगाए।
नमाजियों की संख्या बढ़ी, सड़क पर नमाज पढ़ने का प्रयास
सुबह सवा आठ बजे शाही ईदगाह में नमाज अदा की गई, जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे। ईदगाह में जगह न मिलने पर कुछ लोगों ने सड़क पर नमाज पढ़ने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उनकी एक न सुनी और वहां से किसी अन्य स्थान पर जाकर नमाज अदा करने के निर्देश दिए।
पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मेरठ में पुलिस-प्रशासन ने ईद की नमाज के दौरान शहर में किसी भी स्थान पर नमाज न करने के निर्देश दिए हुए थे। इसके बावजूद दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह पर नमाज पढ़ने वालों की भीड़ जमा होने लगी।
ईदगाह परिसर हाउसफुल, नोकझोंक और नारेबाजी
ईदगाह परिसर हाउसफुल होने के बाद पुलिस ने दिल्ली रोड पर बेरिकेडिंग कर भीड़ को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ नमाजियों की पुलिस से नोकझोंक हुई, नमाजियों ने ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली और वह वापस किसी अन्य ईदगाह और मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लौट गए।
देश में मुसलमानों के साथ हो रही ज्यादती: कारी शफीकुर्रहमान
शाही ईदगाह में नमाज अदा कराते हुए कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि हिंदुस्तान में मुसलमान किराएदार नहीं है, बल्कि साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से देश में ऐसा माहौल बना हुआ है, जिसे आपसी भाईचारा कटता चला जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के साथ ज्यादती हो रही है और जो मुल्क में चल रहा है वह ठीक नहीं है।