लोकसभा चुनाव से पहले झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के निष्कासित और नाराज नेताओं व कार्यकर्ताओं की घर वापसी खटाई में पड़ गई है। प्रदेश मुख्यालय पर बुलाने के बाद भी आज इन नेताओं को घंटों इंतजार करना पड़ा जिसके बाद इन्हें बैरंग ही वापस लौटा दिया गया। विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी का विरोध करने और बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने पर इन नेताओं का निष्कासन हुआ था।
अब लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ज्वॉइन करने की उम्मीद के साथ जयपुर पहुंचने वाले नेताओं में फतेहपुर से पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया, बीजेपी के झुंझुनू से बागी प्रत्याशी रहे नेता राजेन्द्र भाम्बू, पिलानी से कैलाश मेघवाल, फतेहपुर से मधुसूदन भिंडा सहित 24 से ज्यादा नेता शामिल थे। कई घंटों के इंतजार के बाद भी ज्वॉइनिंग नहीं होने पर इन नेताओं ने कार्यालय में मौजूद नेताओं को खरी-खोटी भी सुनाई।
झुंझुनूं से 2018 में बीजेपी के प्रत्याशी रहे और 2023 में बतौर बागी उम्मीदवार चुनाव लड़ने वाले राजेन्द्र भाम्बू ने बताया कि हम हमारे जिले के ज्वॉइनिंग कमेटी के इंचार्ज ओमेन्द्र चारण के कहने पर जयपुर आए थे।
दिन भर अटकलों का दौर चलता रहा कि बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व ज्वॉइनिंग कमेटी के चेयरमैन अरुण चतुर्वेदी तथा अन्य नेताओं की मौजूदगी में सभी की घर वापसी होगी। लेकिन बाद में ज्वॉइनिंग कमेटी के चेयरमैन अरूण चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया कि ये लोग बिना सूचना के ही आ गए थे और इनके आने की किसी को भी कोई जानकारी नहीं थी। अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि जिनके भी नाम आते हैं, उन पर विचार-विमर्श किया जाता है और एक पूरी प्रक्रिया के तहत उनकी ज्वॉइनिंग होती है।
झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के नेताओं की ज्वॉइनिंग नहीं होने के पीछे स्थानीय नेताओं की नाराजगी एक बड़ा कारण माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो इन नेताओं के बीजेपी कार्यालय पहुंचने पर लोकसभा क्षेत्र के कई स्थानीय नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व को फोन करके अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी। इसके बाद टकराव टालने के उद्देश्य से जयपुर पहुंचे इन सभी नेताओं को ज्वॉइन नहीं करवाया गया।
शाम 5 बजे के बाद सबको वापस भेजा
बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर पहुंचे झुंझुनू संसदीय क्षेत्र के सभी नेता शाम 5 बजे तक इंतजार करते रहे, लेकिन कोई उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कराने नहीं पहुंचा। शाम 5 बजे बाद सभी को यह कहते हुए लौटा दिया गया कि दोबारा सूचना देने पर जयपुर आएं, आज आप लोगों को ज्वॉइन नहीं करवाया जायेगा। निराश कार्यकर्ता इसके बाद वापस अपने क्षेत्रों की ओर लौट गए।
सूत्रों के अनुसार हालांकि नाटकीय रूप से 2 घंटे बाद ही कार्यकर्ताओं को फिर से सूचना मिली कि वे वापस कार्यालय लौट आएं, तब तक सभी सीकर पहुंच चुके थे।
सूचना पर बाकी सभी ने वापस जाने से इंकार कर दिया लेकिन पिलानी विधानसभा क्षेत्र से कैलाश मेघवाल के नेतृत्व में गए सभी कार्यकर्ता इसके बाद वापस पार्टी कार्यालय पहुंचे। ये और बात है कि उन्हें निराशा ही हाथ लगी और रात 9 बजे तक इंतजार के बाद सभी को एक बार फिर बैरंग वापस लौटना पड़ा।
ये नेता पहुंचे थे जयपुर
विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले कैलाश मेघवाल, नन्दकिशोर महरिया, राजेन्द्र भाम्बू, मधुसूदन भिण्डा और के अलावा पिलानी प्रधान बिरमा देवी, पिलानी के पूर्व चेयरमैन विजय हलवाई, पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा, नीतिराज सिंह शेखावत इस्माईलपुर, सुरेश जलिन्द्रा, महेन्द्र मोदी, रजनीकांत मान, मनोज आलड़िया, रमाकांत, नरेन्द्र सिंह आदि भी आज फिर से पार्टी में शामिल होने की आस में जयपुर पहुंचे थे, लेकिन ऐन वक्त पर बदले घटनाक्रम से सबको निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
बहरहाल घर वापसी कब होगी, यह तो तय नहीं है लेकिन आज जो किरकिरी पार्टी ज्वॉइन करने को लेकर हुई है, वो लम्बे समय तक सबको सालती रहेगी।