इजरायल पर हूती विद्रोहियों का हमला: शुक्रवार तड़के, इजरायल के तेल अवीव शहर में एक बड़े ड्रोन हमले ने तहलका मचा दिया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दस लोग घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी हूती विद्रोहियों ने ली, जो यमन में सक्रिय हैं। इस हमले ने इजरायल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह ड्रोन उनकी हवाई सुरक्षा को चकमा देने में सफल रहा।
इजरायल की जवाबी कार्रवाई
ड्रोन हमले के तुरंत बाद, इजरायल ने अपने जवाबी हमले की योजना बनाई और 24 घंटे के भीतर यमन में घुसकर जोरदार जवाबी कार्रवाई की। इजरायली सेना ने हूती विद्रोहियों के पश्चिमी यमन स्थित कई ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह पहली बार है जब इजरायल ने यमन की धरती पर हमला किया है। इजरायली सेना ने बताया कि हूतियों के गढ़ माने जाने वाले हुदयदाह में कई ठिकानों पर हमला किया गया।
हूती विद्रोहियों की प्रतिक्रिया
हूती विद्रोही समूह के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि इजरायली हमले में यमन के ईंधन भंडारण सुविधाओं और बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया गया है। अब्दुलसलाम ने कहा कि इजरायल इन हमलों से लोगों की पीड़ा को और बढ़ाना चाहता है और गाजा का समर्थन बंद करने का दबाव बनाने के लिए ये हमला किया गया है।
यमन में हालात
यमन में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमले में कई लोग मारे गए और अन्य घायल हुए हैं। हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित मीडिया समूह अल-मसीराह टीवी ने बताया कि इजरायल ने बंदरगाह पर तेल और डीजल के भंडारण सुविधाओं और स्थानीय बिजली कंपनियों को निशाना बनाया है। इसके कारण बंदरगाह पर आग लग गई और विद्युत आपूर्ति ठप हो गई।
इजरायली प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला शुक्रवार को तेल अवीव में हुए हौथी ड्रोन हमले का सीधा जवाब था। इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि उनके लड़ाकू विमानों ने यमन के हुदयदाह बंदरगाह के क्षेत्र में “हूती आतंकवादी शासन के सैन्य ठिकानों” पर हमला किया है।