पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 21 मार्च को विदेश यात्रा पर रवाना होंगी। इस दौरान वह प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करेंगी। हालांकि, उनके भाषण का विषय अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। यह यात्रा खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि ममता बनर्जी ने पिछले वर्ष कोलकाता में एक शैक्षणिक संस्थान में वक्तव्य देते हुए बताया था कि उन्हें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से निमंत्रण प्राप्त हुआ था। इस बार उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
लंदन यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार, ममता बनर्जी 21 मार्च को कोलकाता से दुबई के लिए रवाना होंगी, जहां से वह लंदन पहुंचेंगी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में उनके संबोधन के अलावा, लंदन में कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी तय किए गए हैं। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगी और निवेश एवं औद्योगिक विकास को लेकर चर्चाएं करेंगी।

27 मार्च को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भाषण देंगी
ममता बनर्जी 27 मार्च को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी, जिसका आयोजन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी एलुमनाई एसोसिएशन द्वारा किया गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर जोनाथन मिची ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय आने के लिए आमंत्रित किया था।
लंदन में उद्योग सम्मेलन में लेंगी भाग
25 मार्च को लंदन में पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (WBIDC), फिक्की (FICCI) और यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल के सहयोग से एक उद्योग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति तय मानी जा रही है। इस सम्मेलन में कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय उद्योगपतियों के भाग लेने की उम्मीद है, जिससे बंगाल में निवेश को लेकर नए अवसर खुल सकते हैं।
2015 में भी कर चुकी हैं लंदन यात्रा
यह पहली बार नहीं है जब ममता बनर्जी लंदन यात्रा पर जा रही हैं। इससे पहले 2015 में, उन्होंने एक आधिकारिक दौरे के तहत ब्रिटेन की राजधानी का दौरा किया था। उस दौरान वह बकिंघम पैलेस भी गई थीं और कई शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी। उनके साथ तत्कालीन वित्त मंत्री अमित मित्रा, कोलकाता के तत्कालीन मेयर शोभन चटर्जी, सुगत बसु, डेरेक ओ’ब्रायन और प्रसिद्ध अभिनेता देव भी शामिल थे।

2020 में ऑक्सफोर्ड यूनियन का भाषण हुआ था स्थगित
ममता बनर्जी को 2020 में ऑक्सफोर्ड यूनियन द्वारा आमंत्रित किया गया था, लेकिन अंतिम समय में विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया था। ऑक्सफोर्ड यूनियन ने इसकी आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया था कि यह निर्णय प्रशासनिक कारणों से लिया गया। इस घटनाक्रम से ममता बनर्जी नाराज भी हुई थीं।
राजनीति में लंबा अनुभव
ममता बनर्जी का राजनीतिक सफर चार दशकों से अधिक लंबा रहा है। 2011 में उन्होंने वाममोर्चा के 34 वर्षों के शासन को समाप्त कर बंगाल में सत्ता हासिल की और तब से लगातार मुख्यमंत्री बनी हुई हैं। 2021 में वह तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री चुनी गईं। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) लगातार चुनावों में सफलता हासिल कर रही है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में बीजेपी के साथ उनका राजनीतिक संघर्ष काफी तेज हुआ है, लेकिन अंततः ममता बनर्जी ने चुनावों में जीत दर्ज की।
ममता बनर्जी आठ बार लोकसभा सांसद रह चुकी हैं और उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में रेल मंत्री, कोयला मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय ममता बनर्जी ने नंदीग्राम और सिंगूर आंदोलनों का नेतृत्व किया और वाममोर्चा के खिलाफ निर्णायक संघर्ष किया।