Saturday, June 21, 2025
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हरियाणा में दलित सम्मान स्वाभिमान समारोह में बीजेपी की हुंकार: 1976 के संविधान संशोधन पर कांग्रेस को लिया आड़े हाथों

कुरुक्षेत्र, 26 अगस्त 2024: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा एक विशाल दलित सम्मान स्वाभिमान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के सभी 22 जिलों से दलित समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर दलित समाज की महिलाओं द्वारा संकल्प के लोटे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंपे गए, जो दलित समाज के बीजेपी के प्रति विश्वास और समर्थन का प्रतीक थे। इस समारोह का उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनावों में दलित समुदाय के समर्थन को मजबूत करना था।

कांग्रेस पर बीजेपी का आरोप: दुष्प्रचार और भ्रम फैलाने की साजिश

समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और अर्जुन मेघवाल ने कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी द्वारा संविधान और आरक्षण खत्म करने का दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों के दौरान बीजेपी के खिलाफ झूठा प्रचार किया, जिससे कई स्थानों पर पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी ने हमेशा दलितों के हित में काम किया है और आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा खड़ा किया गया बैकलॉग भी बीजेपी सरकार ने साफ किया है।

बीजेपी उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस झूठे प्रचार के जरिए समाज को भ्रमित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की दादी, इंदिरा गांधी ने 1976 में आपातकाल लगाकर संविधान में बदलाव किया था, जबकि बीजेपी हमेशा संविधान और आरक्षण का सम्मान करती रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस ने बाबा भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया, जबकि उन्होंने दलित समाज के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष किया।

1952 का चुनाव और फेक नैरेटिव: अर्जुन मेघवाल का बयान

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भी कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 1952 में बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव हराने के लिए कांग्रेस ने फेक नैरेटिव फैलाया था। उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस उसी तरह का भ्रम फैला रही है और जनता को ऐसे दुष्प्रचार से सावधान रहने की जरूरत है।

21 प्रतिशत दलित वोट बैंक पर बीजेपी की नजर

हरियाणा में दलित वोट बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए, बीजेपी ने विशेष रणनीति तैयार की है। पिछले लोकसभा चुनावों में दलित वोट बैंक के खिसकने के कारण बीजेपी को हरियाणा की 10 में से 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। विशेषकर अंबाला और सिरसा की रिजर्व सीटों पर बीजेपी को नुकसान हुआ। अब विधानसभा चुनावों में इस नुकसान को रोकने के लिए बीजेपी ने दलित समुदाय के साथ जुड़ने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं।

कुरुक्षेत्र में आयोजित इस महासम्मेलन में 15,000 से अधिक दलित समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें 10,000 पुरुष और 5,000 महिलाएं शामिल थीं। दलित महिलाओं को कार्यक्रम में संकल्प लोटा लेकर आने की योजना बनाई गई थी, जिसे मुख्य अतिथि मनोहर लाल खट्टर को सौंपा गया। इस कार्यक्रम को ‘मनोहर लाल का परिवार’ नाम दिया गया, जिसका उद्देश्य दलित समुदाय के साथ बीजेपी के संबंधों को और मजबूत करना है।

कांग्रेस और बीजेपी दोनों की नजरें दलित वोट बैंक पर

हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलित वोट बैंक पर नजर गड़ाए हुए हैं। हरियाणा की 35 विधानसभा सीटों पर दलित वोटरों का महत्वपूर्ण प्रभाव है, और बीजेपी का लक्ष्य इन सीटों पर जीत हासिल कर राज्य में अपनी हैट्रिक पूरी करना है। बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार के कारण दलित वोटरों में बीजेपी के प्रति एक प्रकार का भय है, जिसे दूर करने के लिए पार्टी जी-जान से प्रयास कर रही है।

इस दलित महासम्मेलन के माध्यम से बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को झूठा साबित करने का प्रयास किया है। दोनों ही पार्टियों को उम्मीद है कि दलित वोट बैंक को अपनी तरफ आकर्षित कर वे चुनावों में जीत सुनिश्चित कर सकेंगी।

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