कुरुक्षेत्र, हरियाणा: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब एक किसान और उसके परिवार ने स्टेट हाईवे के बीचोंबीच दीवार खड़ी करनी शुरू कर दी। यह मामला कुरुक्षेत्र से पहोवा को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे का है, जहां किसान बलविंदर सिंह ने प्रशासन से वर्षों से लंबित मुआवजे की मांग को लेकर यह कदम उठाया।
क्या हुआ घटनास्थल पर?
गुरुवार को जब राहगीर रोज़ाना की तरह स्टेट हाईवे से गुजर रहे थे, तो देखा कि रास्ता बंद है और वहां मजदूर दीवार की चिनाई कर रहे हैं। पूछताछ करने पर सामने आया कि किसान बलविंदर सिंह और उनके परिजन इस स्टेट हाईवे को अपनी जमीन बता रहे हैं और बोले कि “अगर रास्ता चाहिए तो खेतों से होकर जाओ।”

इससे बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई, जबकि बाइक और अन्य छोटे वाहन खेतों से निकलने लगे। नतीजा – हाईवे पर लंबा जाम लग गया और यात्री परेशान होते रहे।
प्रशासन हरकत में आया, FIR दर्ज
घटना की सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने बलविंदर सिंह को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनका कहना था कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक वे अपनी जमीन से स्टेट हाईवे नहीं गुजरने देंगे।
इसके बाद पुलिस ने पहोवा थाने में बलविंदर सिंह समेत 5 लोगों और कुछ अज्ञात पर केस दर्ज किया। यह मुकदमा लोक निर्माण विभाग (PWD) के एसडीओ की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिसमें उल्लेख है कि रास्ता बिना पूर्व सूचना बंद किया गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी हुई।
एसएचओ जनपाल सिंह ने मामले में एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है, हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

जमीन विवाद का लंबा इतिहास
इस पूरे विवाद की जड़ में है एक 22 मरला ज़मीन, जो बलविंदर सिंह के परिवार की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार:
- 2010 में बलविंदर सिंह ने अपनी जमीन की पैमाइश कराई थी, जिसमें सामने आया कि स्टेट हाईवे उनकी ज़मीन से होकर गुजर रहा है।
- इसके बाद उन्होंने पहोवा कोर्ट में केस दर्ज किया, और 2013 में कोर्ट ने आदेश दिया कि या तो मुआवज़ा दिया जाए या जमीन लौटाई जाए।
- 2018 में फिर से याचिका दायर की गई, जिस पर कोर्ट ने जमीन लौटाने का आदेश दिया।
- सरकार ने इसके बाद 5.50 लाख रुपये मुआवज़ा जारी किया, लेकिन किसान ने इसे ‘बहुत कम’ बताते हुए स्वीकार नहीं किया।
- सरकार ने फिर हाईकोर्ट में अपील की, लेकिन वह भी खारिज हो गई।
इन सभी कानूनी प्रयासों के बाद किसान ने अब खुद ही अपनी ज़मीन पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया, और स्टेट हाईवे पर दीवार खड़ी कर दी।