सूरजगढ़ (झुंझुनूं)। पंचायत समिति के स्वामी सेही गांव में दुर्गा पूजा महोत्सव का समापन पहली बार भव्य दुर्गा विसर्जन और महिलाओं की कलश यात्रा के साथ हुआ। समाज कल्याण भवन से शुरू हुई कलश यात्रा गांव के मुख्य मार्गों से होती हुई बाबा गोकुलनाथ मंदिर के पास से निकलकर जंगलात (जोहड़ भूमि) पहुंची, जहां मां दुर्गा का विसर्जन किया गया। महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर गाजे-बाजे और नाच-गाने के साथ यात्रा को विशेष रंग दिया। युवाओं ने आतिशबाजी और गुलाल से माहौल को और भी रंगीन बना दिया।
महिलाओं की भक्ति और उत्साह से सजा स्वामी सेही
स्वामी सेही में पहली बार हुए दुर्गा विसर्जन कार्यक्रम ने ग्रामीणों को गहरी आध्यात्मिक अनुभूति दी। कविता, पिंकी, अंजू, सुमन, माया, संगीता, निर्मला, मुनेश, बिमला, भावना, मुकेश, निशा और अन्य महिलाओं ने कलश यात्रा में भाग लेकर इसे ऐतिहासिक बना दिया।
बारिश के बावजूद जोश में कमी नहीं

कलश यात्रा शुरू होने के कुछ ही समय बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई, जो देखते ही देखते तेज बारिश में बदल गई। बावजूद इसके, महिलाएं और युवा नाचते-गाते कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे। यह नजारा आसपास की ग्राम पंचायतों के लिए भी अनोखा रहा, क्योंकि इस बार यह आयोजन केवल स्वामी सेही गांव में हुआ।
युवाओं ने आतिशबाजी और गुलाल से बढ़ाया आकर्षण

गांव के युवाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और आतिशबाजी कर पूरे कार्यक्रम को यादगार बना दिया। नरेश उर्फ बिल्लू, रामनिवास, राजपाल मिस्त्री, रविन्द्र, विजय, संजय, मदनलाल, कुलदीप, विकास, अरमान, मिंटू और नवीन ने कार्यक्रम की व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ग्रामीणों ने की कार्यक्रम को और उत्कृष्ट बनाने की घोषणा
नव मित्र मंडली द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की गांव में खूब चर्चा रही। ग्रामीणों ने कहा कि अगले वर्ष इस आयोजन को और भी अधिक उत्कृष्ट और भव्य रूप दिया जाएगा।





