नई दिल्ली: संसद का आगामी सत्र 24 जून से शुरू होने जा रहा है, और सबसे बड़ा सवाल है कि कौन बनेगा लोकसभा का नया स्पीकर? बीजेपी इस पद को किसी भी हाल में अपने पास रखना चाहती है और इसके लिए एनडीए के सहयोगी दलों से चर्चा करने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई है। हाल ही में राजनाथ सिंह के घर पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें संसद सत्र की रूपरेखा और स्पीकर-डिप्टी स्पीकर पद के मुद्दों पर मंथन किया गया।
राजनाथ सिंह के घर बैठक
इस बैठक में बीजेपी के कई शीर्ष नेता मौजूद रहे, जिनमें जेपी नड्डा, किरेन रिजिजू, राम मोहन नायडू, चिराग पासवान और लल्लन सिंह शामिल थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य एनडीए में एकता और सहयोग बनाए रखना था, खासकर स्पीकर पद के चयन को लेकर।
जदयू का स्पष्ट रुख
जदयू ने स्पीकर पद को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी का हक स्पीकर पद पर होता है और एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। उन्होंने कहा, “हम इसे लेकर एकदम स्पष्ट हैं और एनडीए को किसी तरह से कमजोर नहीं करना चाहते।”
संभावित उम्मीदवार
बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों में ओम बिरला का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है, जबकि डिप्टी स्पीकर पद के लिए डी पुरंदेश्वरी का नाम चर्चा में है। हालांकि, बीजेपी में यह देखा गया है कि जिनके नाम चर्चा में आते हैं, उनके नाम लिस्ट में कहीं नहीं होते। पार्टी अक्सर चौंकाने वाले नाम सामने लाती है।
विपक्ष की रणनीति
विपक्ष ने भी टीडीपी और जदयू को स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए कोशिश करने का ऑफर दिया है। संजय राउत पहले ही कह चुके हैं कि अगर टीडीपी उम्मीदवार उतारती है तो इंडिया गठबंधन समर्थन करेगा। लोकसभा में नंबरगेम की बात करें तो एनडीए के पास 293 सांसदों का समर्थन है, जबकि इंडिया गठबंधन के पास 233 सांसदों का समर्थन है।
नतीजे का इंतजार
9 जून को नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और अब 26 जून को तय हो जाएगा कि लोकसभा स्पीकर का पद किसके पास जाएगा। एनडीए और बीजेपी के लिए यह पद बेहद महत्वपूर्ण है और इसके लिए तमाम तरह की राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं।