झुंझुनूं, 21 मार्च 2025: जिले की ग्राम पंचायत सोनासर में सोशल ऑडिट टीम के साथ अभद्र व्यवहार और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल के आरोप को लेकर टीम ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। सोशल ऑडिट टीम ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई की अपील की है।
सोशल ऑडिट टीम ने लगाए गंभीर आरोप
सोशल ऑडिट से जुड़ी सुनीता ने बताया कि वे पिछले दो-तीन वर्षों से राजीविका योजना के तहत कार्य कर रही हैं और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का सोशल ऑडिट कर रही हैं। इसी प्रक्रिया के तहत वे 13 से 18 मार्च तक सोनासर ग्राम पंचायत में ऑडिट कर रही थीं।
सुनीता के अनुसार, 19 मार्च को आयोजित ग्राम सभा के दौरान सांख्यिकी विभाग की अधिकारी पूनम कटेवा ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। यह घटना टीम के अन्य सदस्यों के सामने हुई, जिससे टीम को मानसिक आघात पहुंचा। उन्होंने बताया कि इस घटना की शिकायत जिला कलेक्टर और जिला परिषद सीईओ से की गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
टीम ने सौंपा ज्ञापन, की न्याय की मांग
सोशल ऑडिट टीम के सदस्यों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। टीम ने कहा कि ऐसी घटनाएं स्वतंत्र ऑडिट प्रक्रिया को बाधित करती हैं और इससे सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता बनाए रखना कठिन हो जाता है।
टीम के अनुसार, यदि दोषियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं होती है, तो इससे सामाजिक कार्यों में लगे अन्य कर्मियों का मनोबल भी प्रभावित हो सकता है।
पूनम कटेवा ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं, इस पूरे मामले में सांख्यिकी विभाग की अधिकारी पूनम कटेवा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वे सोनासर ग्राम पंचायत में ग्राम सेवक के पास जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीकरण से संबंधित निरीक्षण के लिए गई थीं।