नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार में ऐतिहासिक तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स में 2000 प्वाइंट से ज्यादा और निफ्टी में 500 अंकों से अधिक का उछाल दर्ज किया गया। इस तेजी के साथ ही निवेशकों की संपत्ति में 5.60 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
शुक्रवार को सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि केवल 2 शेयरों में गिरावट रही। वहीं, निफ्टी के 50 में से 47 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए और केवल 3 शेयरों में गिरावट देखी गई। इस उछाल के कारण बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैप 430.98 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो एक दिन पहले 425.38 लाख करोड़ रुपये था।
अडानी ग्रुप के शेयरों में सुधार
गुरुवार को अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट के बाद शुक्रवार को जबरदस्त रिकवरी देखी गई। ग्रुप की 10 में से 9 कंपनियों के शेयरों में तेजी आई, हालांकि अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में सुधार सीमित रहा।
गुरुवार को भारी गिरावट का असर
गुरुवार, 21 नवंबर को अमेरिकी जांच एजेंसी द्वारा गौतम अडानी समेत 8 लोगों पर रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोप लगाने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। इसके चलते निवेशकों के करीब 5.35 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
अमेरिका में अडानी ग्रुप पर आरोप
न्यूयॉर्क की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 24 अक्टूबर को गौतम अडानी और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज अभियोग की सुनवाई 21 नवंबर को हुई। आरोपों के अनुसार, अडानी ने भारत में सोलर एनर्जी से संबंधित कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी या देने की योजना बनाई।
गौतम अडानी की संपत्ति पर असर
अमेरिकी आरोपों के चलते अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों में गुरुवार को भारी गिरावट हुई, जिससे गौतम अडानी की कुल संपत्ति में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमी आई। इसके चलते वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की टॉप-20 सूची से बाहर हो गए।