सूरजगढ़, 12 अप्रैल 2025: सूरजगढ़ में चेतीवाल कृषि फार्म ट्रस्ट की ओर से दिव्य सत्संग एवं फर्राटा पंखा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन स्वर्गीय तारामणि देवी की स्मृति में संचालित चिड़ावा स्थित कृषि फार्म ट्रस्ट और इसके सहयोगी डॉ गणेश चेतीवाल के दिशा-निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत शुक्रवार प्रातः 7:00 बजे हुई, जिसमें दो घंटे तक चला दिव्य सत्संग, हवन और प्रवचन शामिल रहे। सत्संग में ब्रह्म स्मरणीय गुरुदेव स्वर्गीय जगन स्वरूप की सूक्ष्म उपस्थिति का स्मरण किया गया, वहीं खांदवा पीठ से पधारे ब्रह्मचारी ब्रह्म स्वरूप महाराज की आध्यात्मिक उपस्थिति में साधकों को आत्मिक ऊर्जा प्राप्त हुई। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर ब्रह्म विचारों को आत्मसात किया और हवन दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त किया।

दिव्य सत्संग के उपरांत आयोजित पंखा वितरण कार्यक्रम में 21 जरूरतमंद महिला-पुरुषों को ट्रस्ट द्वारा फर्राटा पंखे वितरित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीक्षा अहलावत ने की, जो पूर्व सांसद संतोष अहलावत की पुत्रवधू और वर्तमान में भाजपा की प्रदेश महासचिव हैं। उपाध्यक्ष के रूप में शर्मिला डैला मंच पर उपस्थित रहीं।
मुख्य अतिथि महिला रोग विशेषज्ञ डॉ कुसुम लता शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि “दीन-दुखियों की सेवा करना मानवता का सर्वोच्च धर्म है।” विशिष्ट अतिथि ओमप्रकाश कामरेड ने किसानों, मजदूरों और सैनिकों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उनके योगदान को देश की रीढ़ बताया। पत्रकार राजेश शर्मा ने अपने वक्तव्य में वर्तमान जीवन शैली और पत्रकारिता के अनुभव साझा किए और कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत एक गीत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संयोजन और संचालन सेवानिवृत्त प्रवक्ता माता दिन चेतीवाल ने किया। उन्होंने ट्रस्ट द्वारा संचालित सेवा कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला और सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रताप सिंह चावला, सुरेश बडगूजर, रमेश चैतवाल, गुलाब चेतीवाल, इंद्र चेतीवाल, छोटेलाल बरसीवाल, सुनील चेतीवाल, राजेश चेतीवाल, मोहनलाल बडगूजर, गुलजारीलाल चावला, मधुराम सोलंकी, हजारीलाल बड़सीवाल, नाथूराम चेतीवाल, बाबूलाल बसवाला, अंकुर चेतीवाल, शुभम चेतीवाल, देवेंद्र, राहुल, बबलू सहित समाज के अनेक प्रबुद्ध जन व महिलाएं—पिंकी, हंसा देवी, मंजू देवी, कौशल्या देवी, रेणु देवी और अनीता देवी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लेकर आध्यात्मिक ऊर्जा, सामाजिक सेवा और भक्ति भाव का अनुभव किया। आयोजन की व्यापक सराहना की गई और इसे भविष्य में भी नियमित रूप से करने की मांग श्रद्धालुओं द्वारा रखी गई।