सूरजगढ़ के गांधी चौक पर महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का संचालन पूर्व चेयरमैन सुरेश शर्मा के निर्देशन में हुआ, जिसमें नगर के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस दौरान सुरेश शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, समाज सुधारक और सत्य-अहिंसा के पुजारी थे। उन्होंने सभी से गांधीवादी विचारधारा पर चलने और उनके सिद्धांतों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
नगर के गणमान्य नागरिकों की रही उपस्थिति
कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के सदस्य मौजूद रहे। NSUI के प्रदेश अतिरिक्त महासचिव यश डैला, जाट समाज के अध्यक्ष जगदेव सिंह खरड़िया, रिशभ जोशी, पालीराम मुंशी, राजेंद्र सिंह गहलोत, राजकुमार काका, वासुदेव सैन, राजेश कुमार जोशी, किशोरी काका, ओमप्रकाश कौशिक, इन्द्र चेतीवाल, कालीचरण सोनी, कन्हैयालाल हलवाई, पिन्टू हलवाई, योगेश सोनी, पूर्व मैनेजर बाबूलाल, सेवानिवृत्त SI हुकमीचंद, कालूराम चंदेलिया, सुरेश कटारिया, उमेद टेलर, मुकेश बाकोलिया, लीलाधर मिस्त्री, रामजीलाल सैनी, शंकर सैनी, सुशील टेलर, दिनेश शर्मा, शशिकांत जांगिड़, राजेंद्र रोबिन, गोविन्द भार्गव, असलम खान, निसार खान, होशियार सिंह कुमावत सहित नगर के अनेक नागरिकों ने महात्मा गांधी के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किए।
गांधीजी के आदर्शों को अपनाने का लिया संकल्प
श्रद्धांजलि सभा के दौरान वक्ताओं ने महात्मा गांधी के विचारों और उनके संघर्ष पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गांधीजी ने अहिंसा के बल पर ब्रिटिश शासन को झुकने पर मजबूर किया और भारत को स्वतंत्रता दिलाई। वक्ताओं ने उपस्थित नागरिकों से सत्य, अहिंसा और स्वावलंबन को अपने जीवन में अपनाने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन रखकर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी गई। उपस्थित लोगों ने गांधीजी के सपनों के भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया।