चिड़ावा: सुलताना थाने में बुधवार देर शाम को सुलताना सरपंच घासीराम चांवरिया समेत 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति को फर्जी दस्तावेजों के जरिए सज्जन अग्रवाल की पैतृक हवेली, नोहरा और दुकानें बेच दीं।
पीड़ित का आरोप:
सज्जन अग्रवाल, जो छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुंठपुर में रहते हैं, का कहना है कि यह संपत्ति उनके परिवार के पास 100 सालों से भी ज्यादा समय से है। 22 मई 2024 को उन्हें पता चला कि उनकी हवेली को किसी और के नाम रजिस्ट्री कर दी गई है। उन्होंने तुरंत सुलताना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने एसपी से गुहार लगाई, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों में शामिल:
सुलताना सरपंच घासीराम चांवरिया, हवासिंह जाट, सुशीलादेवी (गोविंदराम जालान की पत्नी), रामचंद्र जालान, गणेश जालान, ललिता केडिया, विद्या देवी, रेणू देवी, अलका देवी, सीता जालान, सविता सिंघानिया।
अग्रवाल का दावा:
अग्रवाल का दावा है कि रजिस्ट्री में हवेली के बारे में गलत जानकारी दी गई है। रजिस्ट्री में चार कमरों का उल्लेख है, जबकि वास्तव में सात कमरे और सात दुकानें हैं। हवेली के पास एक भूखंड भी है जो रजिस्ट्री में शामिल नहीं है।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 120B के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।