सुलताना: कस्बे में चिड़ावा रोड पर चल रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब विवाद का विषय बन गई है। चिड़ावा उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम सुलताना में चिड़ावा रोड पावर हाउस से नरेन्द्र एकेडमी किशोरपुरा तक सड़क पर प्रशासन की कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने तहसीलदार रामकुमार पूनिया को ज्ञापन सौंपते हुए हाईकोर्ट के आदेशों के अनुरूप निष्पक्ष जांच और सड़क की पुनः पैमाइश कराने की मांग की है।
हाईकोर्ट आदेश का हवाला, 42-42 फुट सीमा की मांग
ग्रामीणों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार संबंधित सड़क के दोनों ओर 42-42 फुट की सीमा में ही अतिक्रमण हटाया जाना है। इसके बावजूद मौके पर किशोरपुरा रोड स्थित नरेन्द्र एकेडमी के पास केवल दक्षिण दिशा की ओर ही अतिक्रमण के निशान लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह कार्रवाई नियमों के विरुद्ध और पूरी तरह एकतरफा है, जिससे लोगों में असंतोष व्याप्त है।
सड़क की वास्तविक स्थिति से अलग दिखाया जा रहा नक्शा
ग्रामीणों के अनुसार पदमा नगर से नरेन्द्र एकेडमी तक सड़क की चौड़ाई दोनों ओर 42-42 फुट निर्धारित है और यह भूमि वर्तमान में भी खाली है। इसके बावजूद प्रशासनिक नक्शे में सड़क को गलत तरीके से दर्शाकर दक्षिण दिशा में अधिक अतिक्रमण दिखाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह वास्तविक स्थिति से मेल नहीं खाता और इससे लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है।
70 वर्षों से इसी मार्ग पर संचालित है सड़क
ज्ञापन में बताया गया है कि यह सड़क पिछले करीब 70 वर्षों से इसी स्थान से संचालित हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि इसी मार्ग पर अब तक तीन बार नई सड़क का निर्माण भी किया जा चुका है। सड़क दोनों ओर के खातेदारों की सहमति से वर्षों से उपयोग में रही है और अब तक किसी भी खातेदार ने सड़क की वर्तमान स्थिति को लेकर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच की उठाई मांग
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क जहां वास्तव में संचालित हो रही है, उसी के अनुरूप नक्शे को दुरुस्त किया जाना चाहिए। इसके बाद ही दोनों ओर निर्धारित 42-42 फुट की सीमा में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। ज्ञापन पर सद्दाम हुसैन, जितेन्द्र कुमार, मगाराम, नदीम, मनरूप सिंह डारा, इकबाल, कय्यूम खान, अशोक सैनी, जब्बार खान, धनश्याम, महेन्द्र, अब्दुल राशिद, इनायत हुसैन, साजिद, गोवर्धन, अशोक डारा, कुरबान अली, अनिल कुमार, जाहिर और विजय सिंह सहित अनेक ग्रामीणों के हस्ताक्षर दर्ज हैं।
तहसीलदार से पहले पैमाइश फिर कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने तहसीलदार रामकुमार पूनिया से मांग की है कि हाईकोर्ट के आदेश की सही और निष्पक्ष पालना सुनिश्चित करने के लिए पहले मौके पर पुनः जांच और पैमाइश करवाई जाए। इसके बाद ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए, ताकि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय न हो और प्रशासनिक पारदर्शिता बनी रहे।





