सिंघाना: पचेरी स्थित सिंघानिया विश्वविद्यालय ने खेल क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा, योग और खेल विज्ञान विभाग में एमबीए प्रथम वर्ष में अध्ययनरत छात्र केएस शिखर का चयन डूरंड कप 2025 में लद्दाख फुटबॉल क्लब की ओर से हुआ है। यह विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी सफलता है जो खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अवसर दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
डूरंड कप को एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट माना जाता है और इस वर्ष इसका 134वां संस्करण 23 जुलाई से 23 अगस्त तक देश के विभिन्न शहरों में आयोजित हो रहा है। कुल 24 टीमें छह समूहों में बांटी गई हैं और वे इस प्रतिष्ठित खिताब के लिए मुकाबला करेंगी।
लद्दाख एफसी का पहला मैच 2 अगस्त को जमशेदपुर स्थित जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शाम 4 बजे त्रिभुवन आर्मी फुटबॉल क्लब के खिलाफ खेला जाएगा। इस खबर से विश्वविद्यालय के खेल विभाग और विद्यार्थियों में हर्ष का माहौल है।
विश्वविद्यालय के कैंपस निदेशक पीएस जस्सल ने शिखर को बधाई देते हुए कहा कि सिंघानिया विश्वविद्यालय हमेशा से खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देता आया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों को संस्थान में फीस छूट और हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराया जाता है। उनका कहना था कि शिक्षाविदों के साथ-साथ खेलों में भी विश्वविद्यालय अपने छात्रों को अग्रणी बनाना चाहता है।
शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष दिनेश सिंह यादव ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की खेल नीतियों और प्रशिक्षण पद्धति का सकारात्मक परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रयास सिर्फ शारीरिक रूप से नहीं, बल्कि मानसिक और व्यक्तित्व विकास की दृष्टि से भी छात्रों को सक्षम बनाना है।
केएस शिखर का चयन न केवल संस्थान के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह अन्य विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। सिंघानिया विश्वविद्यालय का यह प्रयास ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को भी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध हो रहा है।