पाकिस्तान: भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण माहौल के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ऐसा गैर-जिम्मेदाराना और हास्यास्पद बयान दिया है, जिसने न केवल उनकी समझ पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि पाकिस्तान की सरकार की विश्वसनीयता को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।
आसिफ ने दावा किया है कि पाकिस्तान के ‘साइबर वॉरियर्स’ ने भारत के IPL मैचों के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट्स बंद कर दीं और यहां तक कि भारत के डैम के गेट तक खोल दिए। उनके इस बयान ने वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को हंसी का पात्र बना दिया है, खासकर तब जब पाकिस्तान खुद भीषण बिजली संकट, खाद्यान्न संकट और गहराते आर्थिक दिवालियापन से जूझ रहा है।

पाकिस्तानी बयान की टाइमिंग पर सवाल
ख्वाजा आसिफ का यह बयान भारत द्वारा मई 2025 में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के सफल संचालन के कुछ ही दिन बाद आया है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें कई आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया गया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आसिफ का यह ‘साइबर दावा’ जनता का ध्यान भटकाने और भारत विरोधी नैरेटिव गढ़ने का एक असफल प्रयास है।
IPL में फ्लडलाइट बंद होने की सच्चाई
ख्वाजा आसिफ ने धर्मशाला में हुए IPL मैच का हवाला देते हुए दावा किया कि उनकी साइबर टीम ने स्टेडियम की बिजली बंद कर दी।
दरअसल, 3 मई को पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए मैच में 11वें ओवर के दौरान फ्लडलाइट्स बंद हो गई थीं। प्रारंभ में इसे तकनीकी खराबी समझा गया, लेकिन बाद में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संभावित खतरे को देखते हुए स्टेडियम खाली कराया गया और मैच कुछ समय के लिए रोका गया।
भारत की इंटेलिजेंस और BCCI की रिपोर्ट में कहीं भी साइबर हमले का कोई उल्लेख नहीं है। यहां तक कि CERT-In (भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसी) ने भी पाकिस्तान के इस दावे को “बेसिर-पैर की बात” बताया है।

‘डैम के गेट खोल दिए’ – हास्य से परे कल्पना
ख्वाजा आसिफ का यह भी कहना है कि पाकिस्तानी साइबर एक्सपर्ट्स ने भारत के डैम्स के गेट खोल दिए। इस बात पर सोशल मीडिया पर मीम्स और व्यंग्य की बाढ़ आ गई है।
X (पूर्व ट्विटर) पर एक यूज़र ने लिखा,
“जिस देश को अपने यहां 4 घंटे बिजली नहीं मिलती, वो भारत के बांध चला रहा है? वाह जी वाह!”
फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा गया,
“अगर आपके साइबर वॉरियर्स इतने ही तेज हैं तो कराची और लाहौर में 24 घंटे बिजली क्यों नहीं आती?”
यह दावा तकनीकी और भौगोलिक दोनों ही स्तर पर असंभव माना जा रहा है, क्योंकि भारत के जलसंसाधनों की साइबर सुरक्षा multilayered और highly encrypted प्रणाली के अंतर्गत होती है।
पाकिस्तान की ‘खोखली शेखी’
यह कोई पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह के दावे किए हैं। अतीत में भी वह भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बदनाम करने की कोशिश करता रहा है, लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है।
विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान की सरकार आंतरिक असफलताओं — जैसे आर्थिक गिरावट, IMF पर निर्भरता, बढ़ती बेरोजगारी, और आतंकवाद के कारण अंतरराष्ट्रीय अलगाव — से ध्यान हटाने के लिए ऐसे दावों का सहारा लेती है।
भारत की प्रतिक्रिया: ‘कोई महत्व नहीं’
भारत सरकार या किसी भी रक्षा अथवा गृह मंत्रालय ने इस बयान को गंभीरता से नहीं लिया है। एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“यह बयान पाकिस्तान की बौखलाहट का प्रतीक है। हम इस तरह की खोखली धमकियों पर प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता नहीं समझते।”