चिड़ावा, 18 अप्रैल 2025: चिड़ावा की सरला पाठशाला ने सामाजिक सरोकार की एक अनूठी और प्रेरणादायी मिसाल पेश की है। शहर के एक अत्यंत निर्धन परिवार की बेटी, जिसका न पिता का साया है और न ही मां मानसिक रूप से स्वस्थ है, उसकी शादी में पाठशाला टीम ने आगे आकर संपूर्ण सहयोग किया।

विवाह के लिए की गई समग्र व्यवस्था
सरला पाठशाला की टीम ने न केवल ‘भात’ भरकर सामाजिक उत्तरदायित्व निभाया, बल्कि विवाह सामग्री, वस्त्र, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था भी स्वयं की। आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे इस परिवार को पाठशाला से जुड़े भामाशाहों द्वारा आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई, जिससे शादी की समस्त तैयारियों में बड़ी राहत मिली।
विवाह स्थल पर पहुंचकर सरला पाठशाला की टीम ने न सिर्फ सहयोग किया, बल्कि परिवार को मानसिक और भावनात्मक संबल भी प्रदान किया। इस पुनीत कार्य में टीम से महेश शर्मा आजाद, जयसिंह झाझड़िया (पीटीआई), ओमप्रकाश जांगिड़ (बुडानिया), रीना पिचानवा, मनिषा भालोठिया, कल्पना स्वामी और सुशीला डाटीका सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

यह मानवीय पहल न केवल एक जरूरतमंद परिवार के लिए जीवनभर की राहत बनी, बल्कि स्थानीय समाज में सेवा भावना को प्रोत्साहन देने वाली प्रेरणा भी बनी है। सरला पाठशाला की यह गतिविधि बताती है कि शिक्षा संस्थान केवल ज्ञान का केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और उत्तरदायित्व निभाने के केंद्र भी हो सकते हैं।