चनाना के सरकारी स्कूल में ईसाई धर्म का प्रचार करने वाली अध्यापिका के खिलाफ आज गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल को ताला ठोक दिया और अध्यापिका के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर जम कर हंगामा किया। सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मामला चनाना के महात्मा गांधी विद्यालय का है।
गुस्साए ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय की जीव विज्ञान विषय की व्याख्याता प्रेमलता ओला लम्बे समय से ईसाई धर्म के प्रचार और धर्म परिवर्तन जैसे अनैतिक कार्य कर रही है। अध्यापिका का भाई महेन्द्र भी इसी स्कूल में लैब असिस्टेंट है। विरोध प्रदर्शन कर रहे गांव वालों का कहना है कि दोनों बहन भाई स्कूल में शिक्षा से संबन्धित कोई काम नहीं करते, बल्कि जब थोड़ा बहुत कोई दबाव बनता है कभी तो बायोलॉजी की लेबोरेट्री में बैठ कर ईसाई प्रार्थनाएं करते हैं। आरोप है कि इनके द्वारा बायो लैब में स्कूल के बच्चों को बुला कर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है और वहां बच्चों से जबरन ईसाई धर्म की प्रार्थनाएं भी करवाई जाती हैं।
स्कूल के बच्चों की शिकायत पर कई बार अभिभावकों की ओर से संस्था प्रधान को मौखिक रूप से अध्यापिका के खिलाफ कार्यवाही करने और उसकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने की मांग की गई थी, लेकिन कभी कोई कार्यवाही नहीं हुई। गांववालों का कहना है कि उक्त अध्यापिका जिले के एक बड़े राजनीतिक परिवार से आती है, इसलिए अधिकारी भी इनके खिलाफ कार्यवाही करने से कतराते हैं।
इससे पहले भी विवादों में रही है अध्यापिका
इससे पहले नवंबर 2022 में भी अध्यापिका प्रेमलता ओला का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें स्कूल की प्रार्थना सभा में मंच से वो ईसाई प्रार्थना कर रही थी। तब भी मामले ने काफी तूल पकड़ा था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके अलावा चिड़ावा के एक गेस्ट हाउस में ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा आयोजित करवाने और बाद में भी ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने पर अध्यापिका प्रेमलता के निवास पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।
ग्रामीणों ने लगाया स्कूल को ताला
अध्यापिका द्वारा धर्म विशेष के प्रति संचालित की जा रही गतिविधियों से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज चनाना में स्कूल के सामने जम कर विरोध किया। गांववालों ने सभी बच्चों और स्टाफ को बाहर निकाल कर स्कूल के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया। पंचायत समिति सदस्य सुमन, सरपंच चरण सिंह और भाजपा नेता राजकुमार मूंड भी ग्रामीणों के साथ मौजूद थे।
शिक्षा विभाग के अधिकारी भी पहुंचे
हंगामे की सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी चनाना स्कूल पहुंचे। चिड़ावा सीबीईओ कैलाश चंद्र शर्मा ने ग्रामीणों से बात कर समझाइश की कोशिश की। बाद में उच्चाधिकारियों को भी घटनाक्रम से अवगत करवाया गया। मुख्य ज़िला शिक्षा अधिकारी झुंझुनू द्वारा दूरभाष पर दिए गए मौखिक आदेश के बाद अध्यापिका प्रेमलता ओला को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, चनाना से कार्यमुक्त कर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय चिड़ावा में ज्वॉइन करवाया गया है।
क्या कहना है अधिकारियों का
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि गांववलों की शिकायत पर अध्यापिका को स्कूल से कार्यमुक्त कर दिया गया है। मामले में चनाना सरपंच चरण सिंह और पंचायत समिति सदस्य सुमन देवी ने लिखित शिकायत दी है, जांच करवा कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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