नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में बीते दो दिनों से विपक्ष ने उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और मणिपुर की स्थिति को लेकर जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के सदस्यों के बीच इस मुद्दे पर असहमति के संकेत भी सामने आए हैं।
टीएमसी ने अपनाया अलग रुख
जहां कांग्रेस अदाणी के खिलाफ अमेरिका में कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है, वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस मुद्दे पर अलग दृष्टिकोण अपनाते हुए कहा कि वह संसद में ‘जनता से जुड़े मुद्दों’ पर ध्यान केंद्रित करेगी।
टीएमसी की लोकसभा उपनेता काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, “हम संसद की कार्यवाही बाधित नहीं करना चाहते। हमारा मानना है कि मणरेगा जैसी केंद्रीय योजनाओं की निधियों को रोकने, मणिपुर की स्थिति, बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दे जनता के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं।”
कांग्रेस को मिली टीएमसी की खरी-खरी
दस्तीदार ने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि टीएमसी सरकार की विभिन्न विफलताओं को उजागर करना चाहती है और एक ही मुद्दे पर सत्र बाधित करने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीएमसी, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ का हिस्सा है, लेकिन अदाणी मामले पर उसका दृष्टिकोण अलग है।
टीएमसी की प्राथमिकता: जनता के मुद्दे
सोमवार को टीएमसी की कार्यसमिति की बैठक में संसद सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद यह तय किया गया कि पार्टी निम्नलिखित मुद्दों को प्राथमिकता देगी:
- पश्चिम बंगाल को मणरेगा और अन्य केंद्रीय योजनाओं के तहत निधियों से वंचित किए जाने का मामला।
- मणिपुर में जारी हिंसा और पूर्वोत्तर की स्थिति।
- बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, और उर्वरकों की कमी।
- महिला सुरक्षा और बच्चों से जुड़े मुद्दे, जैसे ‘अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक’ को मंजूरी में देरी।
संसद में हंगामे के कारण कार्यवाही बाधित
अदाणी के खिलाफ आरोपों को लेकर विपक्ष के हंगामे ने संसद सत्र के पहले दो दिनों में व्यवधान पैदा किया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को उठाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित करनी पड़ी।
टीएमसी की अलग राय के बावजूद, कांग्रेस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अदाणी मामला राष्ट्रीय महत्व का है और इस पर सरकार को जवाब देना होगा।