संदेशखाली, पश्चिम बंगाल: संदेशखाली में चुनावी माहौल के दौरान तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को संदेशखाली की महिलाओं ने एक बार फिर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उन पर ज्यादती करने का आरोप लगाया।
पुलिस के खिलाफ यह विरोध तब भड़का जब केंद्रीय बल और रैफ के जवानों के साथ पुलिस की एक टीम संदेशखाली के आगारहाटी मंडलपाड़ा इलाके में पहुंची और वहां कई घरों में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने साधन नंदी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया और उसे थाने ले जाने लगी।
महिलाओं का उग्र विरोध प्रदर्शन
पुलिस द्वारा साधन नंदी की गिरफ्तारी को देखते ही इलाके की महिलाएं उग्र हो गईं और पुलिस के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगीं। आक्रोशित महिलाओं ने साधन नंदी को पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया और पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
चुनावी संघर्ष का प्रभाव
यह घटनाक्रम शनिवार को चुनाव के दौरान इलाके में भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष के बाद घटित हुआ। इस संघर्ष के दौरान पुलिस पर भी पथराव की घटना घटी थी। इन हिंसक घटनाओं के मद्देनजर पुलिस आरोपितों को पकड़ने के लिए घर-घर तलाशी अभियान चला रही थी, जिस दौरान उन्हें महिलाओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
धारा 144 लागू
चुनाव के दिन हुए हिंसक घटनाओं के मद्देनजर संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में धारा 144 जारी कर दिया गया है। इसके तहत किसी भी प्रकार के जमावड़े पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
पुलिस और जनता के बीच तनाव
पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बढ़ते तनाव के चलते स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है। पुलिस का कहना है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, जबकि स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस अत्यधिक बल का प्रयोग कर रही है और निर्दोष लोगों को परेशान कर रही है।