नई दिल्ली: 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद देशभर में सियासी हलचल तेज हो गई है। एक ओर जहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, वहीं दूसरी ओर राजनेता इसे लेकर सरकार की मंशा और समय-चयन पर सवाल उठा रहे हैं।
संजय राउत की तीखी प्रतिक्रिया: “बिहार चुनाव के दौरान दी जाएगी फांसी”
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा—
“तहव्वुर राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए, लेकिन सरकार उसे बिहार चुनाव के दौरान फांसी देगी ताकि राजनीतिक लाभ लिया जा सके।”
उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है, और यह जनता की भावनाओं के साथ खेल है। साथ ही राउत ने यह भी स्पष्ट किया कि राणा के प्रत्यर्पण का क्रेडिट किसी एक पार्टी को नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि इसकी प्रक्रिया वर्षों पहले कांग्रेस शासन के दौरान शुरू हुई थी।

“कोई पहली बार नहीं हुआ प्रत्यर्पण”
राउत ने यह भी याद दिलाया कि राणा भारत प्रत्यर्पित होने वाला पहला आतंकी नहीं है। उन्होंने कहा—
“1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अबू सलेम को भी प्रत्यर्पित किया गया था। तब भी किसी पार्टी ने इसे अपनी उपलब्धि नहीं बताया।”
कन्हैया कुमार का हमला: “ये कूटनीतिक सफलता नहीं, एक राजनीतिक चाल है”
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि—
“तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण कोई बड़ी कूटनीतिक सफलता नहीं है। यह भारतीय जनता पार्टी की जनता का ध्यान भटकाने की एक और साजिश है, जिससे महंगाई, बेरोजगारी जैसे असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके।”
उन्होंने इसे योजनाबद्ध रूप से चुनावी रणनीति का हिस्सा बताया।
एनआईए की हिरासत में राणा, कोर्ट ने दी 18 दिन की मंजूरी
तहव्वुर राणा को गुरुवार शाम भारत लाया गया, जिसके बाद उसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 18 दिन की NIA हिरासत में भेज दिया है। राणा फिलहाल दिल्ली के एनआईए मुख्यालय में पूछताछ के लिए रखा गया है।

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पृष्ठभूमि: कौन है तहव्वुर राणा?
तहव्वुर राणा, पाकिस्तान मूल का कनाडाई नागरिक है, जिसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। राणा पर 2008 के मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने और पाकिस्तानी आतंकी डेविड हेडली के साथ मिलकर हमले की योजना में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। अमेरिका में वह 2009 से हिरासत में था और भारत लंबे समय से उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था।