सुलताना: ग्राम श्यामपुरा की शमशान भूमि में पर्यावरण को हरा-भरा बनाने की पहल करते हुए, पीपल, बड़ और नीम के पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम में राजेंद्र सरावग, रघुवीर सरावग, धर्मवीर सरावग, राकेश सरावग, विकास कड़वासरा, कर्मपाल कुमावत, कमलेश शर्मा, चतरू धानक सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
पर्यावरण संरक्षण पर बल:
राजेंद्र सरावग ने इस अवसर पर कहा कि “पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। प्रदूषण को कम करने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे और उनकी देखभाल भी करनी होगी। उन्होंने आगे कहा कि “जब भी घर में कोई खुशी का अवसर हो, जैसे जन्मदिन, विवाह या वर्षगांठ, तो हमें पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि “पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण तापमान लगातार बढ़ रहा है, जो एक गंभीर वैश्विक संकट बन गया है। इस समस्या से निपटने के लिए समाज के हर व्यक्ति को आगे आना होगा।”
हरित पहल का महत्व:
यह पहल न केवल श्मशान भूमि को हरा-भरा बनाने में मदद करेगी, बल्कि पूरे गांव के वातावरण को भी शुद्ध करेगी। पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जो हवा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।
यह पहल ग्रामीणों को प्रेरित करती है कि वे भी अपने आसपास के क्षेत्रों में पौधरोपण करें। यह एक सराहनीय पहल है जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी।