शिमला, 01 अगस्त 2024: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बुधवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। रामपुर के समेज क्षेत्र में स्थित एसेंट हाइड्रो 6 मेगावाट प्रोजेक्ट समेत कई घर और ढांचे बह गए हैं। इस हादसे में करीब 30 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, और स्थानीय पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। खड्ड से लोगों को निकालने का काम जारी है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है जो राहत और बचाव कार्यों का जायजा ले रही है।
बांधों के गेट खोले गए
बादल फटने के कारण लारजी और पंडोह बांधों के गेट खोले गए हैं। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
बड़े पैमाने पर नुकसान
बादल फटने से समेज के अलावा रामपुर के गांनवी गांव में भी काफी नुकसान हुआ है। यहां दो से तीन घर, खेत, बागीचे और स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
राजनेताओं का सहयोग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रदेश भाजपा नेता जयराम ठाकुर और राजीव बिंदल ने भी इस संकट की घड़ी में पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
विशेषज्ञों की राय
जलवायु परिवर्तन के विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालयी क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। ग्लेशियरों के पिघलने और अनियमित बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाएं आम हो गई हैं।