नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में संपन्न जी20 समिट के बाद बुधवार को कैरेबियाई देश गुयाना की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा शुरू की। यह दौरा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 56 वर्षों के अंतराल के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का गुयाना आगमन हुआ है। इससे पहले 1968 में इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में गुयाना का दौरा किया था।
गुयाना और बारबाडोस से शीर्ष राष्ट्रीय पुरस्कार
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को और भी विशेष बनाने के लिए गुयाना और बारबाडोस ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है।
- गुयाना: प्रधानमंत्री मोदी को गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया जाएगा।
- बारबाडोस: बारबाडोस ने उन्हें ‘ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ प्रदान करने की घोषणा की है।
यह सम्मान उन्हें 20 और 21 नवंबर को आयोजित विशेष समारोह में प्रदान किए जाएंगे। इन पुरस्कारों के साथ प्रधानमंत्री मोदी को प्राप्त अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की संख्या 19 हो जाएगी। हाल ही में डोमिनिका ने भी उन्हें ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया था।

कैरेबियाई देशों के साथ मजबूत संबंधों पर फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का उद्देश्य कैरेबियाई देशों के साथ राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को नया आयाम देना है।
- प्रधानमंत्री मोदी गुयाना की संसद की विशेष बैठक को संबोधित करेंगे।
- वे दूसरे इंडिया-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
- कैरिकॉम (कैरेबियन कम्युनिटी) देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए नई पहलें शुरू की जाएंगी।
गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली और कई कैरेबियाई मंत्रियों ने जॉर्जटाउन के एक होटल में प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह राजकीय स्वागत दोनों देशों के गहरे और मैत्रीपूर्ण संबंधों को दर्शाता है।
गुयाना-भारत संबंधों का ऐतिहासिक पहलू
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा गुयाना और भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा करेगी।
- जनवरी 2023 में गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने भारत के प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था और प्रधानमंत्री मोदी को गुयाना आने का निमंत्रण दिया था।
- गुयाना में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग निवास करते हैं, जो दोनों देशों के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक पुल का काम करते हैं।