चिड़ावा (झुंझुनूं): कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 26 जुलाई को बागर स्थित विवेकानंद पब्लिक स्कूल के सभागार में वीर जवानों के बलिदान को समर्पित समारोह का आयोजन पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ किया गया। कार्यक्रम का आरंभ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद उपस्थित सभी अतिथियों ने कारगिल बलिदानियों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षाविद अनिल गुप्ता ने कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों के अद्वितीय साहस और आत्मबल को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में हमारे जवानों ने दुश्मन को पराजित कर 26 जुलाई को तिरंगा फहराया और देश को गौरवांवित किया।
भाजपा नगर अध्यक्ष नरेंद्र गिरधर ने सैनिकों के कठिन जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी सतत निगरानी और सीमा पर बलिदान के कारण ही हम देश में चैन की नींद सो पाते हैं। उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक जहां कार्यरत है, अगर समर्पण से काम करे तो वह भी राष्ट्रसेवा में सहभागी होता है।
पार्षद एवं भाजपा नगर उपाध्यक्ष अंकित भगेरिया ने कहा कि कारगिल युद्ध में झुंझुनू जिले के सर्वाधिक वीरों ने बलिदान दिया, यह भूमि सच्चे अर्थों में वीरों की धरती है, जिसे बार-बार नमन किया जाना चाहिए।
पूर्व सैन्यकर्मी धर्मपाल चौधरी ने सीमा पर तैनात जवानों की विषम परिस्थितियों की चर्चा करते हुए बलिदानी परिवारों के लिए स्थायी और व्यवहारिक सहायता योजनाओं की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि इन परिवारों की देखरेख केवल भाषणों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि धरातल पर ठोस प्रयास होने चाहिए।
भाजपा नगर उपाध्यक्ष पवन नवहाल ने लोगों से आह्वान किया कि सैनिकों व उनके परिजनों के प्रति संवेदनशीलता रखें। उन्होंने कहा कि जब भी कोई बलिदानी का परिजन या सैनिक किसी दुकान, संस्था या सरकारी दफ्तर में पहुंचे, तो उसे प्राथमिकता और सम्मान मिलना चाहिए।
कार्यक्रम के संयोजक विमल शर्मा ने कारगिल युद्ध का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए शेखावाटी और विशेष रूप से झुंझुनू जिले के बलिदानियों को याद किया। उनके भावुक संबोधन ने पूरे सभागार को भावनाओं से भर दिया।
कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग पहुंचे। इसमें संस्था प्रधान प्रणय गुप्ता, प्रोफेसर दिनेश शर्मा, गंगाधर शर्मा, पवन कुमार शर्मा, सम्पत देवी, एल के शर्मा, अनिल शर्मा (श्रीराम फाइनेंस पिलानी), गिरधारीलाल शर्मा, राजेश वर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
अंत में दो मिनट का मौन रखकर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी गई और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस आयोजन ने न केवल बलिदानी वीरों के प्रति सम्मान प्रकट किया, बल्कि युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा भी दी।