नई दिल्ली: केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। रमेश ने दावा किया कि शाह ने वायनाड भूस्खलन के संदर्भ में गलत जानकारी दी है, जिसे मीडिया रिपोर्ट्स ने भी खारिज किया है।
रमेश का पत्र और मीडिया की रिपोर्ट
जयराम रमेश ने अपने पत्र में लिखा, “अमित शाह के दावे को मीडिया ने गलत पाया है।” उन्होंने ‘द हिंदू’ अखबार में छपी एक फैक्ट चेक रिपोर्ट का भी हवाला दिया। रमेश का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन की घटना को लेकर अपने बयान में पूर्व चेतावनी प्रणाली पर गलत दावे किए, जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने त्रासदी से पहले अलर्ट जारी किए थे, जिन्हें केरल सरकार ने अनदेखा किया।

कम्युनिस्ट पार्टी के सांसदों की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सांसदों ने भी राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। केरल से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के तीन सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से अनुरोध किया है कि वे अमित शाह को वायनाड त्रासदी पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान दिए गए अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दें।
विपक्ष का रुख
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री ने सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा, “वह देश के गृह मंत्री हैं। उनकी जवाबदेही और जिम्मेदारी क्या है?”
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने केरल सरकार द्वारा दिए गए आदेश पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार आपदा में मारे गए लोगों के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने वीडियो बयान में केरल सरकार पर कई आरोप लगाए और कहा कि सरकार ने वैज्ञानिकों और टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के खिलाफ गैग ऑर्डर जारी किया है।
वायनाड भूस्खलन का विवरण
30 जुलाई को वायनाड में भूस्खलन हुआ था, जिसमें मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार सुबह तक मलबे से तीन सौ से ज्यादा लोगों के शव निकाले जा चुके थे। भूस्खलन के कारण ढही इमारतों के मलबे में लोगों को तलाशने का काम जारी है, जबकि 200 से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। केरल के सीएम पिनाराई विजयन सरकार ने दिशा निर्देश जारी किए हैं, जिसमें वैज्ञानिकों को प्रभावित स्थलों पर जाने और इस बारे में कोई बयान जारी करने पर प्रतिबंध लगाने को कहा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ शिकायत
इससे पहले पंजाब के जालंधर से कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन की शिकायत की थी। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री के खिलाफ सदन में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की अनुमति मांगी थी। चन्नी का आरोप था कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण की कुछ बातें लोकसभा की कार्यवाही से हटाए जाने के बावजूद प्रधानमंत्री ने उन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया।