वंदे भारत ट्रेन: हाल ही में तिरुनेलवेली से चेन्नई जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एक यात्री द्वारा सांभर में कीड़े पाए जाने की शिकायत ने प्रीमियम रेल सेवाओं में भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर तीव्र बहस का विषय बन गई, जब संबंधित वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में सांभर में तैरते काले कीड़े स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे।
घटना का सोशल मीडिया पर प्रभाव
घटना के बाद सोशल मीडिया पर यात्रियों और आम जनता में आईआरसीटीसी की खाद्य सेवा को लेकर आक्रोश बढ़ गया। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने इस मुद्दे को संसद तक उठाया और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को संबोधित करते हुए सवाल किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा:
“प्रिय अश्विनी वैष्णव जी, तिरुनेलवेली-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस में परोसे गए भोजन में जीवित कीड़े पाए गए। यह अत्यंत गंभीर मामला है। कृपया स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाएं।”
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गई, और लोगों ने प्रीमियम ट्रेनों में बेहतर सेवा सुनिश्चित करने की मांग की।
🚨My God, I am vegetarian….!!
— Manu🇮🇳🇮🇳 (@mshahi0024) November 17, 2024
Vandebharat response : "SAAR this is Jeera, Not Kidda"😭😁 pic.twitter.com/F0YaiMWxpC
रेलवे की त्वरित कार्रवाई और जांच
घटना की शिकायत के तुरंत बाद रेलवे ने डिंडीगुल स्टेशन पर भोजन के नमूनों की जांच की। रेलवे की प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि कीट सांभर में नहीं, बल्कि एल्युमिनियम कंटेनर के ढक्कन पर था। इसके बावजूद रेलवे ने खानपान सेवा प्रदाता सुश्री वृंदावन फूड प्रोडक्ट्स पर ₹50,000 का जुर्माना लगाया।
रेलवे द्वारा जारी बयान में कहा गया
“भोजन के नमूने एकत्र कर लिए गए हैं और इन्हें विस्तृत जांच के लिए भेजा गया है। संदूषण के स्रोत का पता लगाने के लिए पूरी प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।”
प्रीमियम सेवाओं में खाद्य सुरक्षा को लेकर पुरानी चिंताएं
यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत ट्रेनों में परोसे गए भोजन की स्वच्छता पर सवाल उठे हैं। कुछ महीने पहले एक यात्री ने खाने में कॉकरोच पाए जाने की शिकायत की थी। इस प्रकार की घटनाएं न केवल वंदे भारत ट्रेनों की प्रतिष्ठा को प्रभावित करती हैं, बल्कि यात्रियों का भरोसा भी कमजोर करती हैं।