देश की 18वीं लोकसभा के लिए होने जा रहे आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी पर मुस्लिम समाज की अनदेखी का आरोप लगाते हुए झुंझुनू नगर परिषद के सभापति खालिद हुसैन ने पार्टी की जिला कार्यकारिणी के संगठन महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। खालिद हुसैन ने पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा को पत्र के माध्यम से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए पद छोड़ने की पेशकश की है।

पूर्व सभापति खालिद हुसैन ने पीसीसी चीफ डोटासरा को प्रेषित पत्र में लिखा है कि लोकसभा आम चुनाव में राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की 130 सीटों में से एक भी टिकट मुस्लिम समाज को नहीं दी गई है। पार्टी के इस रवैए ने मुस्लिम समाज के सामने एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है।
पूर्व सभापति खालिद हुसैन ने इस्तीफ़े की पेशकश करते हुए लिखा है कि मुस्लिम समुदाय के एक भी प्रत्याशी को टिकट नहीं देने के पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से यह भी स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी मुसलमानों को सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रही है, लेकिन लोकसभा में प्रतिनिधित्व नहींं देना चाहती। कांग्रेस के इस फैसले से मुस्लिम समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है, जिसका पार्टी के निष्ठावान अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले कार्यकर्ताओं के पास कोई जवाब नहीं है।
पूर्व सभापति खालिद हुसैन ने कांग्रेस नेतृत्व के रवैए से क्षुब्ध होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तथा समस्त दायित्वों से इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को प्रेषित कर दिया है।