कजाकिस्तान: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति से कजाकिस्तान में हुए विमान हादसे के लिए माफी मांगी है। यह हादसा 25 दिसंबर को हुआ था, जिसमें अजरबैजान एयरलाइंस का विमान (J2-8243) कजाकिस्तान में क्रैश हो गया था। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने शनिवार को बयान जारी कर बताया कि पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति को फोन कर हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की और माफी मांगी। हालांकि, विमान हादसे को लेकर रूस की माफी के बाद सवाल उठ रहे हैं कि यह कदम तीन दिन बाद क्यों उठाया गया।
कैसे हुआ विमान हादसा? उठ रहे गंभीर सवाल
25 दिसंबर को अजरबैजान का विमान कजाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह विमान बाकू से रूस के ग्रोज्नी शहर जा रहा था। शुरुआती जांच में बताया गया है कि हादसे के पीछे तकनीकी गड़बड़ी या विमान पर बाहरी हमला हो सकता है।
अजरबैजान एयरलाइंस के अनुसार, विमान पर बाहरी हमले के संकेत मिले हैं। विमान के बाहरी हिस्से पर छर्रों और बड़े छेदों के निशान पाए गए हैं, जो मिसाइल हमले की ओर इशारा करते हैं। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे से पहले धमाके की आवाज सुनने की पुष्टि की है।
रूसी मिसाइल से टकराने का दावा
विमान हादसे को लेकर कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि विमान रूसी एयर डिफेंस मिसाइलों का शिकार हो गया। यूक्रेन के ड्रोन हमले के कारण उस क्षेत्र में रूसी एयर डिफेंस एक्टिव था। मिलिट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह हादसा ‘गलती’ से हुआ होगा, जब रूसी मिसाइल ने यात्री विमान को निशाना बना लिया।
घटना के समय विमान दक्षिणी रूस में लैंड करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन ड्रोन हमलों के चलते उसे उतरने की अनुमति नहीं मिली। रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि रूस ने विमान को कैस्पियन सागर के पार भेजा था, ताकि यह एयर डिफेंस की रेंज से बाहर चला जाए।
पुतिन ने क्यों मांगी माफी?
विमान हादसे पर पुतिन द्वारा माफी मांगने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- यात्री विमान पर हमले का अंतरराष्ट्रीय नतीजा: पुतिन जानते हैं कि यात्री विमान पर हमला, चाहे अनजाने में हो, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्वीकार्य है। यह घटना रूस की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
- रूस की बढ़ती आलोचना: यूक्रेन के साथ चल रही जंग के चलते रूस पहले ही वैश्विक दबाव में है। विमान हादसे ने रूस को और आलोचनाओं के घेरे में ला दिया है।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का डर: अगर इस घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में नाराजगी बढ़ी, तो रूस को नए प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
- उड्डयन क्षेत्र पर असर: इस हादसे के बाद कई विमान कंपनियां रूसी शहरों के लिए उड़ानें बंद कर सकती हैं, जिससे रूस की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
यूक्रेन ने रूस पर लगाया आरोप
यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूस ने अपनी गलती छिपाने के लिए विमान को खतरनाक क्षेत्र में भेजा। यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, विमान पर हुए मिसाइल हमले की जिम्मेदारी रूस को लेनी चाहिए।
जांच में सामने आए अहम तथ्य
विमान हादसे की जांच में अब तक कई अहम बातें सामने आई हैं:
- विमान के बाहरी हिस्से पर मिसाइल हमले के स्पष्ट निशान हैं।
- धमाके के बाद विमान का संपर्क टूट गया था।
- घटना के समय यूक्रेन का ड्रोन हमला ग्रोज्नी के पास सक्रिय था।