नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा सरकार ने गरीब और मेहनतकश वर्ग के लोगों की अनदेखी की है और उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है। इसके साथ ही उन्होंने “व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट” शुरू करने की घोषणा की है, जिसमें युवाओं और श्रमिकों से बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की गई है।
सामाजिक न्याय की मांग
राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि मोदी सरकार का पूरा ध्यान कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को और अधिक समृद्ध बनाने पर केंद्रित है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गरीबों और मेहनतकश वर्ग से मुंह मोड़ चुकी है। उनका कहना है कि देश में असमानता तेजी से बढ़ रही है और खून-पसीने से देश की नींव रखने वाले श्रमिक वर्ग की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है।
आज मोदी सरकार ने ग़रीब और मेहनतकश वर्ग से अपना मुंह मोड़ लिया है और उन्हें पूरी तरह से उनके हाल पर छोड़ दिया है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ़ गिने चुने पूंजीपतियों को ही और समृद्ध करने पर है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 19, 2025
इस वजह से असमानता लगातार बढ़ती जा रही है और खून-पसीने से देश को सींचने वाले श्रमिकों की… pic.twitter.com/RNMcOuAfYF
देश में बढ़ती असमानता पर चिंता
राहुल गांधी ने रायबरेली में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की नीतियों के चलते आम नागरिकों पर अत्याचार और अन्याय बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “जो लोग अपने परिश्रम से देश का निर्माण कर रहे हैं, वे आज अपने अधिकारों से वंचित हैं और उन्हें न्याय की आवश्यकता है।”

व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट की शुरुआत
इस पोस्ट में राहुल गांधी ने ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ के माध्यम से न्याय की आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम एकजुट होकर उनके लिए न्याय और अधिकार सुनिश्चित करें। इसी सोच के साथ हमने #WhiteTshirtMovement की शुरुआत की है।” उन्होंने युवाओं और श्रमिकों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय भाग लें और इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए दिए गए लिंक पर जाएं।
भारत जोड़ो यात्रा में व्हाइट टी-शर्ट बनी थी पहचान
यह पहली बार नहीं है जब व्हाइट टी-शर्ट के साथ राहुल गांधी का नाम जुड़ा है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे अक्सर गर्मी, बारिश और ठंड जैसे विभिन्न मौसमों में केवल टी-शर्ट पहने नजर आए थे, जिससे उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। अब व्हाइट टी-शर्ट को सामाजिक न्याय के प्रतीक के रूप में स्थापित करते हुए उन्होंने इस नए आंदोलन की शुरुआत की है।