नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस बयान की कड़ी आलोचना की, जिसमें उन्होंने निर्वाचन आयोग पर बिहार में चुनावी धांधली में शामिल होने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने दावा किया था कि उनके पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं, जो ‘एटम बम’ की तरह हैं और सामने आने पर आयोग को छिपने की जगह नहीं मिलेगी।
पटना में एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर राहुल गांधी के पास वास्तव में कोई ठोस प्रमाण हैं तो उन्हें देशहित में तत्काल उजागर करना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वह ‘एटम बम’ फोड़ें, तब यह सुनिश्चित कर लें कि खुद खतरे से बाहर रहें।
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग देश की सबसे विश्वसनीय और निष्पक्ष संवैधानिक संस्थाओं में से एक है और इस पर इस तरह के आरोप लगाना गंभीर गैरजिम्मेदारी है। उन्होंने राहुल गांधी के पुराने बयानों की याद दिलाते हुए कहा कि पहले भी उन्होंने संसद में ‘भूकंप’ लाने की बात कही थी, लेकिन उनका वक्तव्य निरर्थक साबित हुआ था।
रक्षा मंत्री ने कहा कि देश को आपातकाल का वह समय नहीं भूलना चाहिए, जब कांग्रेस ने लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने खुद संविधान का गला घोंटा, उसे आज संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने बिहार की प्रगति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका की सराहना की। राजनाथ सिंह ने बताया कि एनडीए शासन में बिहार को अब तक 9 लाख करोड़ रुपये की सहायता दी गई है, जबकि पिछली यूपीए सरकार ने महज 2 लाख करोड़ रुपये दिए थे।
उन्होंने राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में आए बदलाव की भी चर्चा की और बताया कि एक समय जिस बिहार को वैश्विक पत्रिकाएं पिछड़ा बताती थीं, आज वह विकास के पथ पर अग्रसर है।
राजनाथ सिंह ने बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव को दोराहे का चुनाव करार देते हुए कहा कि एक रास्ता राज्य को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगा, जबकि दूसरा फिर से अराजकता और जातिवादी संघर्षों की ओर लौटने का खतरा पैदा करेगा।