कृषकों को आधुनिक तकनीकों और सरकारी योजनाओं की दी गई जानकारी
झुंझुनूं, 11 मार्च: राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र, आबुसर में जिला स्तरीय कृषक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए कृषकों को बागवानी और कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, जल संरक्षण उपायों और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
जिला प्रशासन और विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कलेक्टर रामावतार मीणा, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरि, कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक दयानंद और सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक हनुमान प्रसाद उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ उद्यान विभाग के उप निदेशक विजयपाल कस्वॉ ने स्वागत भाषण से किया, जिसमें उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य वैज्ञानिक दयानंद ने कृषि विज्ञान केंद्र, आबुसर में चल रही गतिविधियों की जानकारी दी, जबकि हनुमान प्रसाद ने जल संरक्षण और उसके प्रभावी उपयोग के महत्व को रेखांकित किया।

कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर
जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने किसानों को कृषि में आधुनिक तकनीकों को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाकर कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। वहीं, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरि ने किसानों को बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए फसल चयन करने और प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से अधिक लाभ कमाने की रणनीति अपनाने पर बल दिया।
100 से अधिक किसानों ने लिया भाग
इस सेमिनार में जिले के करीब 100 किसानों ने भाग लिया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रसीद खान, कृषि अधिकारी रवि रेपस्वाल और विभाग के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कृषि अधिकारी अरविंद्र सिंह फगेडिया ने किया।

उन्नत तकनीकों और मृदा प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी
सेमिनार के दौरान रसीद खान ने किसानों को उद्यानिकी फसलों और सब्जियों की उन्नत तकनीकों, कीट प्रबंधन और रोग नियंत्रण पर जानकारी दी। वहीं, एटीसी आबुसर के कृषि अनुसंधान अधिकारी बालुराम ने मृदा प्रबंधन और उसकी उपयोगिता पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर किसानों को सरकारी योजनाओं और नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराते हुए बागवानी और कृषि क्षेत्र में नवाचारों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।