अयोध्या, उत्तर प्रदेश: राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में चूक का बड़ा मामला सामने आया है। एक युवक ने हाई-टेक कैमरा चश्मे का उपयोग करते हुए मंदिर परिसर में गुपचुप तरीके से तस्वीरें खींचने की कोशिश की। वह कई सुरक्षा बैरियर्स पार कर रामलला के दर्शन के लिए अंदर प्रवेश कर चुका था। सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता से इस संदिग्ध गतिविधि का भंडाफोड़ हुआ और उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल खुफिया एजेंसियां आरोपी से गहन पूछताछ कर रही हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में सेंध से मचा हड़कंप
यह घटना तब घटी जब 6 जनवरी को एक युवक रामलला के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचा। उसने एक विशेष प्रकार का चश्मा पहन रखा था, जिसके फ्रेम के दोनों किनारों पर कैमरे लगे हुए थे। मंदिर परिसर में दाखिल होने के बाद वह इस कैमरे वाले चश्मे से तस्वीरें खींचने लगा। सभी सुरक्षा चेकिंग पॉइंट्स पर तैनात सुरक्षाकर्मी उसके इस उन्नत गैजेट को पहचानने में विफल रहे, जिससे वह बिना किसी बाधा के मुख्य मंदिर में प्रवेश करने में सफल रहा।

सुरक्षाकर्मी की सतर्कता से युवक की पहचान
हालांकि, एक सुरक्षाकर्मी की पैनी नजर युवक की संदिग्ध हरकतों पर पड़ी, जिससे उसकी गतिविधियों पर तुरंत संदेह हुआ। सुरक्षाकर्मी ने सतर्कता से कार्रवाई करते हुए उसे रोका और उसकी जांच की। चश्मे की गहन पड़ताल करने पर उसमें लगे कैमरे का खुलासा हुआ। आरोपी युवक को तुरंत हिरासत में ले लिया गया और पूछताछ के लिए खुफिया एजेंसियों को सौंप दिया गया।
विशेष सुरक्षा बल के अधीन है सुरक्षा व्यवस्था
राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार की विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के जिम्मे है। इस बल में यूपी पुलिस और पीएसी के कुशल जवान शामिल हैं। इससे पहले सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ की छह बटालियन और पीएसी की 12 कंपनियों के हाथ में था।
सुरक्षा व्यवस्था में चूक कैसे हुई, इसका विस्तृत आकलन किया जा रहा है। इस घटना के बाद से सुरक्षा प्रोटोकॉल की पुनः समीक्षा और कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।