बारां, राजस्थान: राजस्थान के बारां जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शिक्षा विभाग ने एक शिक्षक दंपत्ति से 9 करोड़, 31 लाख, 50 हजार 373 रुपये की वसूली करने का आदेश दिया है। विष्णु गर्ग और मंजु गर्ग नामक यह शिक्षक दंपत्ति राजपुरा राजकीय विद्यालय में तैनात थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने विगत 25 वर्षों से डमी शिक्षकों को नियुक्त करके वेतन और बच्चों के पोषाहार राशि में गबन किया है।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, विष्णु गर्ग और मंजु गर्ग पिछले 25 वर्षों से राजपुरा राजकीय विद्यालय में कार्यरत थे। लेकिन, वे खुद विद्यालय में नहीं जाते थे और अपनी जगह पर डमी शिक्षकों को ₹5000 प्रति माह के हिसाब से नियुक्त करते थे। ये डमी शिक्षक विद्यालय में विष्णु और मंजु के नाम पर ही उपस्थिति दर्ज कराते थे।
कैसे हुआ खुलासा?
दिसंबर 2023 में, बारां प्रशासन को विद्यालय में अनियमितता की शिकायत मिली। जब अधिकारी विद्यालय पहुंचे तो विष्णु और मंजु अनुपस्थित थे। उनकी जगह पर तीन अन्य लोग अध्यापन कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि ये लोग डमी शिक्षक हैं।
जांच में क्या मिला?
जांच में सामने आया कि विष्णु और मंजु ने पिछले 25 वर्षों में डमी शिक्षकों के माध्यम से वेतन प्राप्त किया था। इसके अलावा, उन्होंने बच्चों के पोषाहार राशि में भी गबन किया था।
क्या कार्रवाई हुई?
शिक्षा विभाग ने विष्णु और मंजु के खिलाफ धारा 420 और 409 के तहत मामला दर्ज कराया है। साथ ही, उनसे 9 करोड़, 31 लाख, 50 हजार 373 रुपये की वसूली करने का आदेश दिया है।
कहां हैं विष्णु और मंजु?
मामला सामने आने के बाद से विष्णु और मंजु फरार हैं। शिक्षा विभाग उनकी तलाश कर रहा है।