IAS चिन्मयी गोपाल को सौंपी झुंझुनू की कमान
कमर उल जमान चौधरी सीकर के जिला कलेक्टर होंगे
राजस्थान में बीती रात सरकार ने बड़े पैमाने पर ब्यूरोक्रेसी में बदलाव किया है। प्रदेश के 72 आईएएस और 121 आरएएस अफसरों के तबादलों के आदेश कार्मिक विभाग द्वारा जारी किए गए हैं। भजनलाल शर्मा सरकार का यह पहला बड़ा प्रशासनिक फेरबदल है। राज्य की ब्यूरोक्रेसी का चेहरा इस फेरबदल के बाद पूरी तरह बदल दिया गया है। प्रशासनिक बदलाव की इस कवायद में झुंझुनू और सीकर के जिला कलेक्टर भी बदले गए हैं।
आईएएस चिन्मया गोपाल को झुंझुनू के जिला कलेक्टर पद की जिम्मेदारी दी गई है जबकि कमर उल जमान चौधरी सीकर के जिला कलेक्टर होंगे।
जानिए झुंझुनू की नई जिला कलेक्टर आईएएस चिन्मयी गोपाल के बारे में
Chinmayee Gopal IAS : चिन्मयी गोपाल (आईएएस)
दूसरे प्रयास में बनीं आईएएस
बता दें कि झुंझुनू की नई जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल मूलरूप से दक्षिण दिल्ली की रहने वाली हैं। वे अर्थशास्त्र में मास्टर्स डिग्री होल्डर हैं और भारतीय प्रशासनिक सेवा की 2014 कैडर की अधिकारी हैं। अगस्त 17, 1984 को जन्मी चिन्मयी गोपाल ने यूपीएससी के अपने दूसरे प्रयास में 16वीं रैंक हासिल की थी। चिन्मयी गोपाल झुंझुनू से पहले टोंक में जिला कलेक्टर और भीलवाड़ा, रामगंज मंडी कोटा में एसडीएम के पद पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। इसके अलावा अजमेर निगम आयुक्त और श्रीगंगानगर जिला परिषद के सीईओ का पद भी वे संभाल चुकी हैं। आईएएस चिन्मयी गोपाल को प्रबन्ध निदेशक, ग्रामीण अकृषि क्षेत्र विकास अभिकरण (रूडा), जयपुर से झुंझुनू जिला कलेक्टर के पद पर पदस्थापित किया गया है।
राजस्थान की वो महिला DM जिसने डोर टू डोर जाकर खोली अपने ही कर्मचारियों की पोल
टोंक में जिला कलेक्टर रहते चिन्मयी गोपाल की कार्यशैली पूरे प्रदेश में चर्चित रही थी। एक तरफ जहां लोग अक्सर कहते हैं कि अफसर एसी दफ्तरों में बैठकर फैसला लेते हैं इसलिए उन्हें जमीनी हकीकत का पता ही नहीं होता। लेकिन टोंक में महिलाओं की दर्दभरी दास्तान जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की फील्ड में सक्रियता की वजह से ही सामने आ पाई थी। इन्होंने निचले स्तर के कर्मचारियों की लीपा-पोती को क्रॉस चेक करने का जो तरीका अपनाया, वो वाकई काबिल ए तारीफ था।
टोंक जिला कलेक्टर रहते चिन्मयी गोपाल ने वृद्धावस्था, विकलांगता, विधवा पेंशन व पालनहार योजना को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, ग्राम सेवक व पटवारी आदि से सर्वे करवाया गया था, जिसमें उन्होंने कई गांवों के बारे में रिपोर्ट दी कि उनमें पेंशन योजना से जोड़ने लायक एक भी पात्र नहीं है। इस पर कलेक्टर चिन्मयी गोपाल खुद सर्वे की हकीकत जानने के लिए टीम के साथ फील्ड में गईं।
जिला कलेक्टर की टीम ने जब घर-घर जाकर हकीकत जानी तो सामने आया कि गांवों में ऐसे कई लोग थे जो पेंशन पाने की पात्रता को पूरा करते थे। इनमें वृद्धावस्था, परित्यक्ता, विधवा व विकलांगता आदि सभी तरह के पात्र थे। जिला कलेक्टर के अचानक डोर टू डोर सर्वे करने पर यह स्पष्ट हो गया कि कर्मचारियों ने सर्वे ठीक से नहीं किया है। ऐसे में उन्होंने दोषियों को चार्जशीट देने के निर्णय के साथ ही एसडीओ को भी निर्देश दिए कि वे रेंडमली दो-दो गांवों के घर-घर जाकर सर्वे करें।
चिन्मयी गोपाल बेहद सक्रिय और फील्ड में जनता के बीच जाकर काम क रने वाली बोल्ड अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं, ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि झुंझुनू जिले में भी वे अपनी अलग छाप छोड़ेंगी। साथ ही सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली भी जिले की नई कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के आने के बाद जनता के प्रति अधिक जवाबदेह हो पाएगी।
समाचार झुंझुनू 24 ग्रुप जिले की नई कलेक्टर सुश्री चिन्मयी गोपाल का स्वागत करता है।