चिड़ावा: राष्ट्रीय जाट महासंघ ने राजस्थान सरकार से तेजाजी बोर्ड को शीघ्र शुरू कर विशेष बजट (Special Budget) देने की मांग की है। सोमवार को महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार रामकुमार पूनिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सामाजिक विकास, समाज उत्थान और युवाओं के सशक्तिकरण को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
✍️ तेजाजी बोर्ड गठन हुआ, संचालन अब भी अधूरा
महासंघ के जिला प्रभारी कैप्टन कुलदीप मान ने कहा कि वर्ष 2023 में राज्य सरकार द्वारा तेजाजी बोर्ड का गठन तो किया गया, लेकिन अब तक इसका संचालन और बजट आवंटन शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि यह बोर्ड जाट समाज के सामाजिक व शैक्षणिक उत्थान में अहम भूमिका निभा सकता है, बशर्ते इसे सक्रिय किया जाए।
💬 समाज उत्थान के लिए विशेष बजट जरूरी: महासंघ
जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष शीशराम डांगी और जिला संगठन महामंत्री कंवरपाल बलौदा ने कहा कि राजस्थान में जाट समाज की आर्थिक व शैक्षणिक प्रगति के लिए तेजाजी बोर्ड को जल्द चालू करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस बोर्ड के माध्यम से युवाओं को रोजगार, शिक्षा और कृषि विकास से जुड़ी योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा।
📢 ब्लॉक स्तर पर भी उठी मांग
जिला उपाध्यक्ष रामनिवास थाकन, उपाध्यक्ष विरेंद्र कोठारी और चिड़ावा ब्लॉक अध्यक्ष राहुल लाम्बा ने ज्ञापन के माध्यम से यह मांग रखी कि तेजाजी बोर्ड का संचालन विधिवत शुरू कर विशेष बजट आवंटित किया जाए ताकि समाज को ठोस लाभ मिल सके।
🤝 युवाओं ने भी दोहराई मांग
इस मौके पर ब्लॉक महासचिव जयसिंह बराला, सुलताना ब्लॉक प्रवक्ता बलबीर नेहरा, महासचिव सोनू फोगाट, युवा तेजा सेना से विक्रम लाम्बा, अमित बेनीवाल, कपिल फोगाट, नितेश डांगी, अजय फोगाट, कृष्ण लाम्बा, हरिश फोगाट, अनुप भालोठिया, उमेश डांगी, कर्मवीर श्योराण और कैप्टन सुरेंद्र महला मौजूद रहे।
सभी ने एकमत से तेजाजी बोर्ड को तुरंत चालू कर स्पेशल बजट देने की मांग को दोहराया।
⚡ महासंघ का कहना — “तेजाजी समाज की आस्था का प्रतीक”
प्रतिनिधियों ने कहा कि तेजाजी केवल लोकदेवता नहीं, बल्कि किसान और समाज की आस्था के प्रतीक हैं। इसलिए उनके नाम पर बने बोर्ड को मजबूत करना राजस्थान सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।





