झुंझुनूं, 30 मार्च 2025: राजस्थान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय जाट महासंघ की महिला पदाधिकारियों ने समाज में व्याप्त दहेज प्रथा, फिजूलखर्ची और अन्य सामाजिक कुरूतियों को समाप्त करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर झुंझुनूं के बसंत विहार में आयोजित कार्यक्रम में महासंघ की जिला संयोजक संतोष चौधरी और उपाध्यक्ष चंद्रकला चौधरी ने महिलाओं को दहेज प्रथा का बहिष्कार करने की शपथ दिलाई।

फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का आह्वान
महासंघ सचिव चंद्रकला भाम्बू ने कहा कि शादियों और अन्य सामाजिक आयोजनों में फिजूलखर्ची रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने परिवार और समाज में इस संदेश को फैलाएं और सादगीपूर्ण आयोजनों को प्राथमिकता दें।
गांवों में चलाए जाएंगे जागरूकता अभियान
ब्लॉक प्रभारी संतोष तेतरवाल और उपाध्यक्ष शरबती कस्वां ने महिलाओं को गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरूतियों को जड़ से उखाड़ने के लिए महिलाओं की भागीदारी बेहद जरूरी है।

महिलाओं की भागीदारी और समर्थन
इस अवसर पर महासंघ सचिव नंदा देवी, बिमला नूनिया, भतेरी देवी, सावित्री देवी, मोहवनी, जवीत्री देवी, निर्मला देवी, विधा देवी, उच्छम देवी, शांति देवी, किस्तुरी देवी और धापा देवी सहित अनेक महिलाओं ने सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएंगी और समाज को बेहतर दिशा देने का प्रयास करेंगी।
राजस्थान दिवस पर लिया गया यह संकल्प समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।