नई दिल्ली: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को लखनऊ में ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग सेंटर का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। यह अत्याधुनिक केंद्र भारत की मिसाइल निर्माण, परीक्षण और एकीकरण क्षमताओं को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा,
“आज ब्रह्मोस एकीकरण एवं परीक्षण सुविधा केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर, मुझे आपसे बात करके बहुत खुशी हो रही है। मैं व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल होना चाहता था, लेकिन आप जानते हैं कि मैं क्यों नहीं आ सका। हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं, उसे देखते हुए मेरे लिए दिल्ली में रहना महत्वपूर्ण था।”

पोखरण परीक्षण की वर्षगांठ और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का सम्मान
राजनाथ सिंह ने इस दिन को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में चिन्हित करते हुए 11 मई 1998 को अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हुए पोखरण परमाणु परीक्षण की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि
“यह परीक्षण भारत की वैज्ञानिक शक्ति का प्रतीक था, जिसने देश को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई। यह हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और रक्षा कर्मियों के अथक प्रयासों का परिणाम था।”
#WATCH | Delhi: Defence Minister Rajnath Singh inaugurates BrahMos Aerospace Integration and Testing Facility in Lucknow, Uttar Pradesh via video conferencing. pic.twitter.com/cmtIHrJte5
— ANI (@ANI) May 11, 2025
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का करारा जवाब
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि
“जिन आतंकियों ने हमारे देश की बहनों का सिंदूर मिटाया, उन्हें जवाब ऑपरेशन सिंदूर ने दिया। यह अभियान पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के उद्देश्य से चलाया गया।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने कभी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, जबकि पाकिस्तान ने मंदिर, गुरुद्वारा और गिरिजाघरों को भी नहीं बख्शा।

रावलपिंडी तक पहुंची भारतीय धमक
राजनाथ सिंह ने बताया कि भारतीय सेना की कार्रवाई सीमित नहीं रही। उन्होंने कहा,
“हमने न केवल सीमा पर स्थित सैन्य ठिकानों पर प्रहार किया, बल्कि हमारी सेना की धमक रावलपिंडी तक सुनाई दी, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपनाई गई ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति की सराहना करते हुए कहा कि
“यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों ओर प्रभावी कार्रवाई करता है।”