Wednesday, June 18, 2025
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राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड की हार पर बेन स्टोक्स ने डीआरएस समीक्षा में अंपायरों की कॉल को महत्व दिया

अंपायर की कॉल पर बेन स्टोक्स: राजकोट टेस्ट के बाद से अंपायर्स कॉल को लेकर चर्चा बढ़ी है. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने सीधे-सीधे तो अंपायर्स कॉल को टारगेट नहीं किया लेकिन उनके बयानों से साफ जाहिर हुआ कि वह राजकोट टेस्ट में अंपायर्स कॉल के फैसलों से नाराज थे. खासकर दूसरी पारी में जैक क्राउली को जिस तरह आउट दिया गया, उसी से वह और उनकी पूरी टीम खफा थी. मैच के बाद स्टोक्स की यह निराशा साफ तौर पर छलकी.

अंपायर्स कॉल को डीआरएस का एक हिस्सा माना जा सकता है. जब बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने वाली टीम मैदानी अंपायर के फैसले से खुश नहीं होती है तो वो फैसले के खिलाफ रिव्यू लेती है. ऐसी स्थिति में कई बार यह होता है कि रिव्यू में खिलाड़ी बीच की स्थिति में होता है, यानी उसे आउट भी कहा जा सकता है और नॉट आउट भी. ऐसी स्थिति में अंपायर का ओरिजिनल फैसला अहम भूमिका निभाता है. यानी मैदानी अंपायर ने अगर आउट का फैसला दिया तो बल्लेबाज आउट और अगर नॉट आउट का फैसला दिया तो बल्लेबाज नॉट ऑउट रहता है.

एलबीडब्ल्यू के उदाहरण से समझे तो जब कोई टीम रिव्यू लेती है तो थर्ड अंपायर रीप्ले और बॉल ट्रैकिंग के जरिए नतीजे तक पहुंचने की कोशिश करते हैं. अगर रिव्यू में गेंद विकेट पर टच हो रही है और मैदानी अंपायर ने पहले से ही बल्लेबाज को आउट दे रखा है तो बल्लेबाज को आउट माना जाएगा. लेकिन अगर मैदानी अंपायर ने नॉट आउट का फैसला दिया है तब रिव्यू में केवल गेंद के विकेट पर टकराने से बल्लेबाज को आउट नहीं माना जाएगा, ऐसी स्थिति में गेंद का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा विकेट पर टकराना चाहिए, तभी बल्लेबाज आउट माना जाएगा. इसी बात को लेकर अंपायर्स कॉल पर बहस छिड़ी हुई है.

स्टोक्स एंड कंपनी क्यों मान रही इसे हार की वजह?

मैच के बाद स्टोक्स के बयानों से जाहिर हुआ कि डीआरएस के दौरान एक सी प्रोसेस अपनाई जानी चाहिए, ऐसे में फिर भले ही मैदानी अंपायर का फैसल उलटना पड़े. यानी वह अंपायर्स कॉल के खिलाफ नजर आए. स्टोक्स और कोच मैक्कुलम ने राजकोट टेस्ट के बाद इस बारे में मैच रेफरी से भी देर तक बातचीत की थी.

दरअसल, मैच की दूसरी पारी में बुमराह की गेंद क्राउली के पैड से टकराई थी. बुमराह की अपील पर अंपायर कुमार धर्मसेना ने क्राउली को आउट करार दिया था. क्राउली ने रिव्यू लिया और हॉक आई में गेंद पिचिंग जोन के बाहर ऑफ साइड में गिरती दिखी, लेकिन इम्पैक्ट उसका लाइन में दिखा. गेंद लेग स्टंप के बहुत ही करीब से टकराती नजर आई. यहां अगर मैदानी अंपायर नॉट आउट का फैसला देते तो क्राउली आउट नहीं माने जाते लेकिन क्योंकि अंपायर ने इसे पहले ही आउट करार दिया था तो क्राउली को पवेलियन लौटना पड़ा. इसी को लेकर स्टोक्स एंड कंपनी अंपायर्स कॉल के विरोध में नजर आई.

स्त्रोत – ABP Live न्यूज़

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