नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर टिप्पणी करते हुए पार्टी को परोक्ष रूप से निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में एकजुटता दिखाई होती, तो परिणाम कुछ और हो सकते थे। यह बयान उन्होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान दिया।
राघव चड्ढा ने कहा, “हरियाणा के चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत से ज्यादा कांग्रेस की हार को दर्शाते हैं। अगर कांग्रेस ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा होता, तो परिणामों में बड़ा बदलाव आ सकता था।”
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर क्या कहा?
हरियाणा चुनाव परिणामों का विश्लेषण करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि यहां की हार को कांग्रेस को आत्ममंथन के रूप में लेना चाहिए। “60 प्रतिशत से अधिक मत बीजेपी के खिलाफ पड़े, लेकिन फिर भी कांग्रेस की एकजुटता की कमी के चलते बीजेपी ने जीत दर्ज की,” चड्ढा ने कहा। उन्होंने स्पष्ट रूप से इशारा किया कि यह कांग्रेस की अति आत्मविश्वास की वजह से हुआ, और उसे इससे सबक लेना चाहिए।
चड्ढा ने कहा, “यह हार कांग्रेस के लिए एक बड़ा सबक है। आत्मविश्वास होना चाहिए, लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस नहीं। हम ओवर कॉन्फिडेंस में चुनावी राजनीति में मारे ना जाएं, यह महत्वपूर्ण है।”
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनावों की तुलना
उन्होंने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की तुलना करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में INDIA गठबंधन ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और बीजेपी को हराया। इसके विपरीत, हरियाणा में गठबंधन में एकजुटता की कमी थी, जिसके चलते परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए। उन्होंने कहा, “अगर हरियाणा में भी गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ता, तो बीजेपी की जीत संभवतः टाली जा सकती थी।”
दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना को नकारा
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राघव चड्ढा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “दिल्ली में हम खुद बीजेपी को हराने में सक्षम हैं। हमारे पास आत्मविश्वास है, जो ओवर कॉन्फिडेंस नहीं है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 2013, 2015, और 2020 के चुनावों में लगातार बीजेपी को हराया है और देश के सबसे बड़े जनादेश वाली सरकारें बनाई हैं। ऐसे में कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है।”