चिड़ावा: देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्य सिक्किम में रक्षा सेवा कोर (डीएससी) में कार्यरत हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत का आज उनके पैतृक गांव सुल्ताना में सैनिक सम्मान के साथ आज 11 बजे बाद अन्तिम संस्कार किया जाएगा। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार गुरूवार सुबह 7 बजे सिक्किम में चाइना बॉर्डर पर स्थित युमथांग पोस्ट से दूसरी पोस्ट पर मूव करते वक्त गाड़ी में उनकी तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उनका निधन हो गया। युमथांग पोस्ट हाई एल्टीट्यूड एरिया में आती है, जहां ऑक्सीजन लेवल बहुत कम होता है।
शहीद जितेन्द्र सिंह शेखावत पुत्र मदन सिंह शेखावत 48 वर्ष के थे और झुंझुनू जिले के चिड़ावा ब्लॉक के सुल्ताना के रहने वाले थे। उनके निधन की सूचना जब घर पहुंची, तो माहौल गमगीन हो उठा। शहीद की वीरांगना मनोज कंवर और उनके दोनों बच्चे बेटा हर्षवर्धन और बेटी अंकिता का रो रो कर बुरा हाल है, जिन्हें परिवार के सदस्य संभाल रहे हैं।
परिवार में माता जी आनन्द कंवर हैं जो कि गांव में ही रहती हैं, बड़े भाई रूपेन्द्र सिंह मर्चेंट नेवी में थे जो अब परिवार के साथ जयपुर रहते हैं। छोटे भाई रविन्द्र सिंह राजपूत रेजिमेंट से रिटायर्ड हैं और सबसे छोटे भाई मनिंद्र सिंह गांव में ही रहते हैं और कृषक हैं। बहनोई मोहन सिंह और भांजे बलवंत सिंह सहित परिवार के काफी लोग हैं जो सेना में कार्यरत हैं।
जितेन्द्र सिंह शेखावत ने शुरू के 10 वर्ष तक 123 टेरिटोरियल आर्मी में अपनी सेवाएं दी जहां वे लांस नायक तक प्रमोशन ले चुके थे। इसके बाद उन्होंने सेवा में रहते हुए ही रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) के लिए आवेदन किया था, और उनका सिलेक्शन हो गया था। रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) में वे वर्तमान में हवलदार की रैंक पर थे। वे सिक्किम से पहले आसाम, जम्मू कश्मीर, दिल्ली और राजस्थान में अपनी यूनिट में सेवारत रह चुके थे। दोनों बच्चे सीकर में कोचिंग कर रहे हैं, उनके रहने के लिए अलग रूम की व्यवस्था करने के बाद जितेन्द्र सिंह 25 अगस्त को ही ड्यूटी पर वापस गये थे। ड्यूटी पर जाने से पहले जितेन्द्र सिंह बड़े भाई रूपेन्द्र सिंह से मिलने जयपुर गए थे। तब उन्होंने बड़े उत्साह के साथ बताया था कि बेटे हर्षवर्धन का संभवतः एनडीए में सिलेक्शन हो जायेगा।
आपको बता दें कि रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी), भारतीय सेना की एक कोर है जो तीनों सेवाओं (सेना, नौसेना, वायु सेना) के रक्षा प्रतिष्ठानों और अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर प्रदान करने करती है। तोड़फोड़ और चोरी से सुरक्षा सुनिश्चित करने व आतंकी हमलों से निपटने के लिए डीएससी सैनिकों को विभिन्न ठिकानों/प्रतिष्ठानों/हवाई अड्डों पर तैनात किया जाता है।
अपडेट्स
पंचतत्व में विलीन
17 राजरीफ और पुलिस के जवानों ने सलामी दी
बड़े भाई और बच्चों को तिरंगा सौंपा गया
बेटे बेटी और भाई ने पुष्पचक्र अर्पित किए
बीजेपी जिलाध्यक्ष बनवारी लाल सैनी ने प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के संदेश का वाचन किया
अन्तिम यात्रा के लिए रवाना
झुंझुनू पुलिस के जवानों ने भी सलामी दी
पत्नी को लाया गया अन्तिम दर्शन के लिए
आनन्द कंवर (हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत की मां)
शहीद हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत की पत्नी मनोज कंवर को उनके भाई ने ढाढस बंधाया
पिता की आगवानी के लिए अपने मामा के साथ पहुंची बेटी अंकिता
अंकिता (शहीद हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत की बेटी)
राजैन्द्र सिंह गुढ़ा (पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार)
निशित बबलू चौधरी (भाजपा नेता झुंझुनू)
सुनील लाम्बा (जिला उपाध्यक्ष भाजपा) हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत के मित्र
गोविन्द सिंह सुलताना (राष्ट्रीय कर्णी सेना प्रदेश उपाध्यक्ष)
सुलताना कस्बे के सभी बाजार आज अपने लाड़ले को अन्तिम विदाई देने के लिए बन्द रखे गए हैं
सुल्ताना एसएचओ भजनाराम व नायब तहसीलदार महेन्द्र कुमार गहलोत तिरंगा यात्रा की तैयारियों पर नजर रखे हुए है।
5 किलोमीटर लम्बी तिरंगा यात्रा निकाली जायेगी
शहीद हवलदार जितेन्द्र सिंह शेखावत की पार्थिव देह 11 बजे सुल्ताना पहुंचेगी। अंतिम संस्कार से पहले शहीद के सम्मान में सुल्ताना में 5 किलोमीटर लम्बी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के जिला संयोजक दिनेश सहारण के नेतृत्व में आयोजित तिरंगा यात्रा कस्बे के चिड़ावा रोड़ स्थित पावर हाउस से शुरू होगी और मुख्य बाजार होते हुए बड़ा पाना स्थित शहीद के निवास स्थान तक जाएगी। बाद में राजपूतों की छतरियों में शहीद का अन्तिम संस्कार किया जाएगा।
परिवार के किशोर सिंह का भी ड्यूटी पर निधन हुआ था
परिवार के ही हवलदार किशोर सिंह शेखावत का भी 5 वर्ष पहले आर्मी में ड्यूटी के दौरान नासिक (महाराष्ट्र) में निधन हो गया था। उनका भी सैनिक सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया था। कस्बे के जमवाय माता मन्दिर के पास हवलदार किशोर सिंह शेखावत का स्मारक बनाया गया है।