लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य के पुलिस विभाग के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए रविवार को 60,244 आरक्षी नागरिक पुलिस के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। राजधानी लखनऊ में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते आठ वर्षों में 8.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां देकर रोजगार के क्षेत्र में एक नया मापदंड स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि अकेले पुलिस विभाग में ही अब तक 2.18 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की जा चुकी है।

आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती-2023 की यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा संचालित की गई। इस परीक्षा के लिए कुल 48.17 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें 15.49 लाख महिला अभ्यर्थी शामिल थीं। इस प्रक्रिया के तहत 48,196 पुरुष और 12,048 महिला अभ्यर्थियों का चयन किया गया।
#WATCH | लखनऊ, उत्तर प्रदेश: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में 60,244 नव चयनित पुलिस कांस्टेबलों को नियुक्ति पत्र सौंपे। pic.twitter.com/5leethbOW6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 15, 2025
मुख्य बिंदु:
- परीक्षा पांच दिन में 10 शिफ्टों में आयोजित
- OMR शीट्स की स्कैनिंग CCTV निगरानी में की गई
- 1.74 लाख अभ्यर्थियों को आगे की प्रक्रिया के लिए योग्य घोषित किया गया
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV), PST और PET की प्रक्रिया RFID तकनीक के जरिए संपन्न
परीक्षा प्रक्रिया की सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर योगी सरकार ने कई अभूतपूर्व कदम उठाए:
- डबल लॉक स्ट्रांग रूम में रखे गए प्रश्न पत्र
- परीक्षा केंद्रों का चयन केवल सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों तक सीमित
- 24×7 CCTV निगरानी, बायोमीट्रिक सत्यापन, फेशियल रिकग्निशन और रियल टाइम आधार सत्यापन जैसी तकनीकें अपनाई गईं
- संदेहास्पद परीक्षा केंद्रों को पूरी तरह से बाहर किया गया
- परीक्षा संचालन में केवल राजपत्रित अधिकारियों को ही शामिल किया गया, किसी भी निजी एजेंसी को कार्य नहीं सौंपा गया
#WATCH | लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 60,244 पुलिसकर्मियों की भर्ती एवं नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री मोदी के देश सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष के कार्यकाल ने नए भारत के रूप में… https://t.co/1zz6W15ctI pic.twitter.com/6EcOImIeAD
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भर्ती प्रक्रिया ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के युवाओं को समान अवसर दिया।
- सबसे अधिक चयनित अभ्यर्थी आगरा से (2,349)
- सबसे कम चयनित अभ्यर्थी श्रावस्ती से (25)
- अन्य राज्यों से भी 1,145 अभ्यर्थियों का चयन, जिनमें बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली शामिल हैं
- सामाजिक विविधता का भी ध्यान रखा गया: सामान्य, EWS, OBC, SC, ST सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित
हाइटेक ट्रेनिंग से होगी पुलिस बल की मजबूती
भर्ती के साथ ही योगी सरकार ने प्रशिक्षण व्यवस्था को हाईटेक और सशक्त बनाने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं।
- सभी चयनित आरक्षियों को हाइटेक ट्रेनिंग दी जा रही है
- राज्य में ही आधुनिक प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या और क्षमता दोनों बढ़ाई गईं
- पहले अभ्यर्थियों को CRPF ट्रेनिंग सेंटर भेजा जाता था, लेकिन अब UP में ही सभी प्रशिक्षण की व्यवस्था

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्य वक्तव्य:
“2017 से पहले यूपी में भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के चलते योग्य युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी। लेकिन अब योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर नियुक्तियां दी जा रही हैं।“
“यह नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन और देश सेवा के 11 वर्षों ने भारत को विश्वगुरु बनने की दिशा में अग्रसर किया है।“