एनपीसीआई के नए नियमों से बदल सकती है यूपीआई मार्केट की तस्वीर
यूपीआई मार्केट में बड़ा बदलाव आने वाला है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने यूपीआई मार्केट में किसी भी कंपनी के दबदबे को तोड़ने के लिए 30 फीसदी मार्केट शेयर की सीलिंग तय की थी। इसकी डेडलाइन 31 दिसंबर 2024 है।
नए नियमों का सबसे ज्यादा असर फोनपे और गूगल पे पर पड़ेगा
फिलहाल गूगल पे और फोनपे यूपीआई ट्रांजेक्शन के बाजार में राज करते हैं। इनके पास लगभग 85 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है। नए नियमों के तहत 1 जनवरी 2025 से ये कंपनियां न सिर्फ नए ग्राहक नहीं जोड़ पाएंगी बल्कि इन्हें अपने मौजूदा ग्राहकों को भी कम करना होगा।
एनपीसीआई का मकसद बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना है
एनपीसीआई का कहना है कि वे नहीं चाहते कि किसी भी एक कंपनी का यूपीआई सेगमेंट में वर्चस्व हो। उनका मकसद बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना है ताकि ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
नए नियमों से ग्राहकों को होगा फायदा
विशेषज्ञों का कहना है कि नए नियमों से ग्राहकों को फायदा होगा। एक कंपनी के दबदबे से मुक्त होने के बाद यूपीआई मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इससे कंपनियां अपनी सेवाओं में सुधार करेंगी और ग्राहकों को कम कीमत में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।