नोएडा, उत्तर प्रदेश: रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर दनकौर के पास हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। तेज रफ्तार कैंटर ने मथुरा से दिल्ली एयरपोर्ट जा रही दो कारों को टक्कर मार दी। इस भीषण हादसे में जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी और जगद्गुरु कृपालु परिषद की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हो गया। वहीं, उनकी दो बहनें डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी समेत 5 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसा: तेज रफ्तार कैंटर ने मारी टक्कर
घटना सुबह करीब 5 बजे हुई। जगद्गुरु कृपालु महाराज की तीनों बेटियां मथुरा से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई थीं। दनकौर के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार कैंटर ने उनकी कारों को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कारों में बैठे सभी लोग घायल हो गए।
डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन, घायलों का इलाज जारी
घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल रेफर किया गया। इलाज के दौरान डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों में उनकी बहनें डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है।
जगद्गुरु कृपालु परिषद का शोक संदेश
डॉ. विशाखा त्रिपाठी के निधन पर जगद्गुरु कृपालु परिषद ने गहरा शोक व्यक्त किया है। परिषद की ओर से जारी शोक संदेश में लिखा गया, “गहरे दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि हमारी अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी का एक सड़क हादसे में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार वृंदावन में किया जाएगा।”
डॉ. विशाखा का योगदान
डॉ. विशाखा त्रिपाठी, वृंदावन के प्रसिद्ध प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ स्थित मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं। उन्होंने धार्मिक और सामाजिक कार्यों में विशेष योगदान दिया। उनके नेतृत्व में कई आध्यात्मिक प्रकल्प सफलतापूर्वक संचालित हुए।
6 महिलाएं और ड्राइवर घायल
हादसे में कुल 6 महिलाएं और ड्राइवर घायल हुए हैं। सभी का इलाज दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में जारी है। पुलिस ने कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना की विस्तृत जांच कर रही है।